Who is Founder of Dogecoin ? डॉगकॉइन के संस्थापक कौन हैं?
डोजकॉइन का इतिहास
डोजकॉइन को 2013 में बिली मार्कस और जैक्सन पाल्मर ने एक मज़ाक के तौर पर बनाया था। यह “Doge” नाम के मीम (एक शिबा इनु कुत्ते की तस्वीर वाला मीम) से प्रेरित था।
- बिली मार्कस: ये IBM कंपनी के एक सॉफ़्टवेयर डेवलपर थे। इन्होंने बिटकॉइन के कोड में बदलाव करके डोजकॉइन बनाया।
- जैक्सन पाल्मर: ये एडोब कंपनी में प्रोडक्ट मैनेजर थे। इन्होंने डोजकॉइन को एक मज़ाकिया और आसान क्रिप्टोकरेंसी के रूप में लॉन्च किया।
शुरुआत में इसे सिर्फ मनोरंजन के लिए बनाया गया था, लेकिन धीरे-धीरे इसकी ऑनलाइन कम्युनिटी और चैरिटी (Donation) या सोशल मीडिया पर लोगों को टिप( Online Tipping ) देने के लिए इस्तेमाल होने लगा। इसी वजह से डोजकॉइन एक मज़ाक से असली दुनिया की पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बन गया!

डोजकॉइन (Dogecoin) क्या है?
- डोजकॉइन (DOGE) एक डिजिटल करेंसी है, जिसे 2013 में बिटकॉइन (Bitcoin) के मजाकिया विकल्प के तौर पर मज़ाक के रूप में लॉन्च किया गया। यह मीम कल्चर से प्रेरित है,
- जिसका लोगो Shiba Inu डॉग मीम पर आधारित है। बिटकॉइन के विपरीत, जहाँ सप्लाई लिमिटेड है, डोजकॉइन को इन्फ्लेशनरी करेंसी डिज़ाइन किया गया इसमें प्रति मिनट 10,000 नए कॉइन्स माइन होते हैं और कोई मैक्सिमम सप्लाई कैप नहीं है।
क्या डोजकॉइन का कोई उपयोग है?
- अनलिमिटेड सप्लाई: 2024 तक 140 बिलियन+ DOGE सर्कुलेशन में हैं, जिसमें हर साल 5 बिलियन नए कॉइन जुड़ते हैं।
- लो-कॉस्ट ट्रांजैक्शन: बिटकॉइन की तुलना में इसके ट्रांजैक्शन फीस कम हैं।
- कम्युनिटी-ड्रिवन यूज केस: इसे ऑनलाइन टिपिंग, चैरिटी डोनेशन, और सोशल मीडिया कैंपेन्स में इस्तेमाल किया जाता है।
- Scrypt Algorithm: बिटकॉइन के SHA-256 के बजाय, यह Scrypt टेक्नोलॉजी पर काम करता है, जो माइनिंग को एनर्जी-एफिशिएंट बनाता है।
डोजकॉइन का टेक्निकल फ्रेमवर्क
- ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी: यह डीसेंट्रलाइज्ड लेजर पर काम करता है, लेकिन बिटकॉइन की तुलना में इसकी ब्लॉक टाइम सिर्फ 1 मिनट है।
- प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW): हालाँकि PoW एनर्जी-इंटेंसिव है, लेकिन Scrypt एल्गोरिदम इसे ASIC माइनर्स के लिए कम प्रतिस्पर्धी बनाता है।
डोजकॉइन की कीमत बढ़ने के 3 प्रमुख कारण
- रिटेल इन्वेस्टर्स का प्रभाव: 2021 में GameStop और “मीमस्टॉक” ट्रेंड के दौरान नए निवेशकों ने DOGE को शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग के लिए चुना।
- सेलेब्रिटी एंडोर्समेंट: एलन मस्क (Elon Musk) जैसे हाई-प्रोफाइल इन्फ्लुएंसर्स ने ट्वीट्स के जरिए इसकी डिमांड बढ़ाई।
- मार्केट सेंटीमेंट : 2024 की क्रिप्टो बुल रन के दौरान, BTC और ETH की तरह DOGE में भी प्राइस वॉलैटिलिटी देखी गई।
निवेश के लिए डोजकॉइन: जोखिम और संभावनाएँ
- हाई वॉलैटिलिटी: 2021 में DOGE ने 7,000%+ का प्राइस सर्ज दिखाया, लेकिन यह क्रिप्टो मार्केट के स्पेक्युलेटिव नेचर के कारण अनप्रिडिक्टेबल है।
- इन्फ्लेशनरी प्रेशर: अनलिमिटेड सप्लाई के कारण लॉन्ग-टर्म वैल्यू स्टोरके तौर पर इसकी उपयोगिता संदिग्ध है।
- यूटिलिटी का अभाव: अभी तक इसका रियल-वर्ल्ड एडॉप्शन सीमित है, जो इसकी कीमत को कम्युनिटी सेंटीमेंट पर निर्भर करता है।
Dogecoin क्यों फेमस है?
- Meme Coin & Fun Factor – यह Shiba Inu Dog Meme पर बना है, जिससे यह Social Media पर जल्दी वायरल हुआ।
- Low Price & Easy Transactions – Bitcoin और Ethereum की तुलना में Dogecoin Price कम है, जिससे नए Crypto Investors इसे खरीदना पसंद करते हैं।
- Elon Musk Support – Elon Musk ने कई बार Twitter (X) पर Dogecoin को प्रमोट किया, जिससे इसकी Value Increase हुई।
- Strong Community – इसकी Crypto Community बहुत एक्टिव है और इसे Tipping, Charity & Crowdfunding में इस्तेमाल किया जाता है।
- Fast Transactions – Bitcoin से ज्यादा Fast Transaction Speed होने की वजह से यह छोटे लेन-देन के लिए अच्छा माना जाता है।
इसी वजह से Dogecoin एक Popular Cryptocurrency बन गई है।
निष्कर्ष
डोजकॉइन ने मीम-बेस्ड करेंसी से एक मेनस्ट्रीम क्रिप्टो एसेट का सफर तय किया है। हालांकि, इसकी प्राइस डिस्कवरी मुख्यतः सोशल मीडिया ट्रेंड्स और व्हेल इन्वेस्टर्स पर निर्भर करती है। निवेशकों को रिस्क मैनेजमेंट, पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन, और टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर ही इसमें पोजीशन लेनी चाहिए।
XAUUSD Trend Analysis with Targets 2025