ऑप्शन ट्रेडिंग में लॉस रिकवरी कैसे करें? 2025

“एक अनुभवी ट्रेडर का कहना है कि अगर नुकसान बाजार में हुआ है, तो मुनाफा भी वहीं से मिलेगा — बस ज़रूरत है तो अपने ट्रेडिंग के तरीके को सुधारने और भावनाओं पर नियंत्रण रखना सीखने की।”

ऑप्शन ट्रेडिंग का सच

इस ट्रेडिंग में जल्दी प्रॉफिट होता है , और कम कॅपिटल लगता है , लेकिन ऑप्शन ट्रेडिंग बिहेवियर के कारन नुकसान की संभावना भी रहती है।
अगर आप नुकसान को कंट्रोल करके प्रॉफिट छोटे हो या बड़े लेना शुरू करते है तो आप अच्छा खासा पैसा कमा सकते है और आपके लॉस को भी रिकवर कर सकते है। नुकसानों को रिकवर करने के लिए स्पष्ट प्लान और अनुशाषन ज़रूरी होता है।

अगर निचे दी गयी प्रोसेस आप फॉलो करते है तो आप आसानी से Intraday option Trading में  Loss Recovery करके प्रॉफिट में आ सकते है।

1. इंट्राडे ऑप्शन ट्रेडिंग में बड़े नुकसान के कारण को जाने और अपने ट्रेडिंग में बदलाव लाये 

(Reason for Big Losses in Intraday Option trading)

✅ ऑप्शन ट्रेडिंग में पैसे क्यों डूबते हैं

  • ट्रेडिंग में लॉस प्रॉफिट होना आम बात है , लेकिन आपके लॉस अगर बड़े हो रहे और आपका ट्रेडिंग कैपिटल कई बार ख़तम हो चूका है , तो यह बहुत गहराई से विचार करने जैसी बात है।
  • लॉस रिकवरी कैसे करनी है , इससे पहले बड़ा लॉस क्यू होता है इसका कारन जानना बहुत जरुरी है। सबसे पहले लॉस होने के कारण को हमें रोकना या बंद करना होगा यह फर्स्ट स्टेप है , यह कंप्लीट होने के बाद , प्रॉफिट में आना और लॉस रिकवर कैसे करना है वो भी हम देखेंगे।

Trading Without Plan (बिना योजना के ट्रेडिंग)

स्टॉक या इंडेक्स में ट्रेड करने से पहले आप के पास मल्टी टाइम फ्रेम पर एनालिसिस करना और उसके हिसाब से ट्रेडिंग प्लान बनाना बहुत जरुरी है , ट्रेडिंग प्लान क्या होता है ? यह आपको कल या आने वाले हफ्ते में कैसे ट्रेड करना है , इसकी पूरी जानकारी होती है जिसमे मार्केट ट्रेंड से लेकर सपोर्ट रेजिस्टेंस आपको पहले से पता होना जरुरी है , उदाहरण के लिए आप हमारा निफ़्टी कन्फर्म टार्गेट्स यह ट्रेडिंग प्लान ढक सकते है।

हर ट्रेड में पूरा पैसा लगाना क्यों गलत है? (No Money Management)

आपका ट्रेडिंग कॅपिटल आपके पास सबसे बड़ा हतियार होता है , इसको ट्रेडिंग में लगाते समय कॅपिटल का रिस्क मैनेज करना बहुत जरुरी है। आप Position Sizing से इसे मैनेज कर सकते है , हर ट्रेड में आपको 2/3 % कॅपिटल लगाना चाहिए। अगर Full Capital से ट्रेड किया तो एक बार का लॉस सब खत्म कर सकता है।

नुकसान के बाद तुरंत ट्रेडिंग क्यों खतरनाक है ? Revenge Trading 

एक Loss के बाद तुरंत दूसरा ट्रेड Loss की भरपाई के लिए लेना – इससे लॉस और गहरा हो सकता है। जल्दी लॉस रिकवर करना ,या प्रॉफिट को और बढ़ाने की अन रीयलिस्टिक आशा रखना लॉस का चौथा बड़ा कारन है।

ओवर लीवरेज क्या है और यह खतरनाक कैसे है ? Over Leverage 

 ऑप्शन एक्सपायरी के दिन बड़े प्रॉफिट के लिए ,कम पूंजी में ज्यादा Quantity लेकर ट्रेड करना – अगर गलत दिशा में गया तो Capital Zero हो सकती है।
ऑप्शन ट्रेडिंग में ऑप्शन प्रोडक्ट पर पहले से ही मार्जिन दिया गया होता है , ऑप्शन बाइंग में जो ऑप्शन का लोट आप 15000 में लेते है , ऑप्शन सेलर को उसी लोट को सेल करने के लिए 115000 /- लगते है इससे आप अनुमान लगा सकते है।

ट्रेडिंग में पैसे क्यों डूबते हैं
ट्रेडिंग में पैसे क्यों डूबते हैं

 

🛑 2. ऑप्शन ट्रेडिंग में बड़े नुकसान रोकना के लिए दूसरी स्टेप

Second Step to Stop Big Losses option Trading 

 

वीकली एक्सपायरी के दिन ट्रेड करने से बचेंAvoide Trading On Weekly Expiry 

  • इंट्राडे ऑप्शन ट्रेडिंग ( Intraday Option Trading ) में रिटेलर का सबसे ज्यादा लॉस वीकली ऑप्शन एक्सपायरी ( weekly Option Expiry ) के दीन होता है , यहाँ पर लोग बड़ी मूवमेंट के भरोसे आते है , लेकिन अगर एक्सपायरी दिन इंडेक्स साइड वेज़ में चला जाता है तो ऑप्शन बायर कभी प्रॉफिट में नहीं आ सकता आप कितना भी प्रयत्न कर ले।
  • वीकली ऑप्शन एक्सपायरी के दिन 2:45 pm के बाद रिटेलर का सबसे ज्यादा लॉस होता है क्यू की उस समय के बाद ऑप्शन के प्रीमियम को कोई बेस नहीं बचता और बड़े स्पाइक आते है।
  • वीकली ऑप्शन एक्सपायरी दिन आपको ट्रेडिंग करना ही है तो आप नेक्स्ट एक्सपायरी में कर सकते है।

लिमिट ऑर्डर क्या है और क्यों जरूरी है ? ( Use Limit Orders & Stop Loss)

  • Market Order की बजाय Limit Order का उपयोग करें ताकि आप तय की गई कीमत पर ही ट्रेड कर सकें। इससे गलत प्राइस पर एंट्री लेने से बचा जा सकता है। जब मूवमेंट आता है और आप मार्केट आर्डर डालते है गलती से कभी कभी आपका ट्रेड बहुत ज्यादा प्राइस पर एक्सीक्यूट हो सकता है , हमारे साथ यह कई बार हुवा है।
  • स्टॉप लॉस कैसे लगाएं और नुकसान से बचें ? – साथ ही, हर ट्रेड में Stop Loss जरूर लगाएं ताकि अगर मार्केट में आपके ट्रेड के उलटे डायरेक्शन में अगर मूवमेंट आता है, तो यह आपको बड़े लॉस से बचता है , यह दो आदतें आपके ट्रेडिंग रिस्क को कम करती हैं और पैसे बचाने में मदद करती हैं।
  • स्टॉपलॉस (SL) – को सुपर लर्निग मनो ( Stoploss means Super Learning )

“घाटे में Qty Averaging करने से बचें: समझदारी से ट्रेड करें”

  • ज्यादातर रिटेलर पोजीशन लॉस में चल रही हो तब एवरेज करते है , और बड़े लॉस के लिए यह भी एक कारन है , आशा यानी होप में रहते है की ऑप्शन का प्रीमियम वापस ऊपर आएगा लेकिन ये हर बार नहीं होगा।
  • जब ट्रेड लॉस में जा रहा हो, तब उसमें और क्वांटिटी जोड़ना एक आम लेकिन खतरनाक गलती होती है। बहुत से ट्रेडर यह सोचते हैं कि औसत (averaging) करके वे नुकसान को कम कर लेंगे, लेकिन ऐसा करना आपके जोखिम को और बढ़ा देता है। अगर मार्केट आपके खिलाफ ही चलता रहा, तो बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।
  • एक सफल ट्रेडर वही होता है जो अपने इमोशन्स को कंट्रोल में रखे और डिसिप्लिन के साथ ट्रेड करे। घाटे वाले ट्रेड में क्वांटिटी बढ़ाने की बजाय, आपको स्टॉपलॉस का पालन करना चाहिए और अगला मौका शांति से तलाशना चाहिए।

✅ Emotional ट्रेडिंग से बचें

गुस्से,डर या लालच में आकर कोई भी ट्रेड ना लें। Loss हो तो ब्रेक लें, दुबारा सोचें, फिर एंट्री करें।  यही चीजे प्रॉफिट होने पर भी अपनाये प्रॉफिट तो ब्रेक ले फिर एंट्री करें , ज्यादा प्रॉफिट और लॉस को कम करने के चक्कर लोग बड़े नुकसान कर लेते है।

Don’t Expect Fast Recovery (धीरे-धीरे रिकवरी करें)

धीरे-धीरे रिकवरी करना जरूरी है क्योंकि एक ही दिन में सबकुछ वापस पाने की कोशिश करना नुकसानदायक हो सकता है। धैर्य रखें, समय के साथ सुधार होगा। जल्दीबाजी करने से मानसिक और आर्थिक दबाव बढ़ सकता है।

ट्रेडिंग चार्जेस को कंट्रोल क्यू करें? ( High Trading Charges due to Over Trading ) 

ओवर ट्रेडिंग की वजह से  ट्रेडिंग चार्जेज यह तीसरा और बड़ा कारन है आपके लॉस के लिए , बार-बार ट्रेडिंग करने से Brokerage, Taxes बढ़ते हैं, जिससे Net Profit घटता है या Loss बढ़ता है।

 


3.ट्रेडिंग में नुकसान होने के बाद इमोशन्स को कंट्रोल करें

 

  • इंट्राडे ट्रेडिंग में असली कामयाबी आपकी मानसिक स्थिति पर निर्भर करती है, केवल टेक्निकल ज्ञान पर नहीं।
  • “ट्रेडिंग में जीत वहीं से शुरू होती है, जब आप अपने मन को संभालते हैं – ट्रेड्स को नहीं।”

नुकसान के बाद भावनाओं को नियंत्रित करें

  • सजगता विकसित करें: नुकसान होने पर तुरंत प्रतिक्रिया देने से बचें।
  • डायरी लिखें: अपने निर्णयों और भावनाओं को नोट करें।
  • इमोशनल स्टॉप लॉस लगाएं: यानी नुकसान के बाद खुद को ब्रेक दें और स्क्रीन से दूर रहें।

निरंतरता से आत्मविश्वास बढ़ाएं

  • छोटे मुनाफे भी मनोबल को मजबूत करते हैं।
  • अपने अनुशासन की सराहना करें – जैसे, घाटे के बाद भी रणनीति पर डटे रहना।

 


 4. “ट्रेडिंग लॉस की रिकवरी कैसे करें ? आसान रिकवरी प्रक्रिया”

Process to Loss Recovery

 

“गलतियों से सीखना: सफलता की पहली सीढ़ी”Learn from Mistakes

  • ट्रेडिंग में नुकसान और प्रॉफिट यह चलता रहता है , लेकिन आपके कॅपिटल के हिसाब से बड़े नुकसान से आपको किसी भी हालत में बचना है।
  • ट्रेडिंग में अगर नुकसान हुआ है, तो सबसे पहले यह समझें कि गलती कहाँ हुई। उस गलती को नोट करें ताकि दोबारा न हो, हर ट्रेडिंग लॉस कुछ सिखाता है, बस ध्यान से सीखना है और अगली बार वही गलती दोहराने से बचना है। लॉस क्यों हुआ, कौन-सी गलती की – उसे समझें, Not Down करें और Avoid करें।

ट्रेड लेने के लिये सही लेवल और सही मौके का इंतजार करे (Wait for Right Trade )

  • इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब रोज ट्रेड करना नहीं है , बल्कि अच्छे ट्रेड करना होता है , छोटे प्रॉफिट के लिए रोज ट्रेड करना आपके लॉस का और आपका माइंड सेट ख़राब करने का कारन है। हर दिन Trade करना जरूरी नहीं। No Trade is also a Good Trade!
  • ज्यादा तर मार्केट या स्टॉक नो ट्रेंड में होता है लगभग 70 % , और 30 % ट्रेंड में होता है , इसलिए मार्केट को ट्रेंड में आने का इंतजार करे।

✅ “ट्रेडिंग में मनोविज्ञान का महत्वTechnical Analysis 20%, Psychology 80%

बहुत से लोग सोचते हैं कि सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस सीख लेने से वो एक सफल ट्रेडर बन जाएंगे। लेकिन सच्चाई ये है कि ट्रेडिंग में टेक्निकल एनालिसिस  केवल 20% भूमिका निभाता है, जबकि मनोविज्ञान (Psychology) और इमोशनल कंट्रोल 80% सफलता तय करते हैं

जब मार्केट में उतार-चढ़ाव होता है, तब सही फैसले लेना, डर और लालच पर काबू पाना, और डिसिप्लिन बनाए रखना ही एक प्रोफेशनल ट्रेडर की पहचान होती है। अगर आपकी सोच मजबूत नहीं है, तो कोई भी स्ट्रैटेजी काम नहीं करेगी।

“मार्केट नहीं, खुद को बदलेंChange Yourself, not Market

मार्केट को दोष देने से कुछ नहीं बदलता। अगर नुकसान हुआ है, तो अपनी गलतियों को समझें और उनमें सुधार करें। खुद को बेहतर बनाएं, क्योंकि मार्केट नहीं, हमारी सोच और फैसले ज़िम्मेदार होते हैं।

“कैपिटल की रक्षा करें: जैसे अपने बच्चे की करते हैं” – Protect Capital first

शेयर मार्केट ट्रेडिंग में , कॅपिटल को सुरक्षा देना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, उसी से आप Market में टिके रह सकते हैं। कॅपिटल को आपको अपने बच्चे की तरह संभालना चाहिए , आपको थोड़ा ज्यादा रिस्क लेना है तो आप अपने प्रॉफिट पर ले सकते है , नाकी कॅपिटल पर।

✅ “क्वांटिटी पिरामिडिंग: मुनाफा बढ़ाने की स्मार्ट ट्रिक

  • क्वांटिटी पिरामिडिंग (Qty Pyramiding) एक ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी है जिसमें आप अपने पोजीशन में धीरे-धीरे क्वांटिटी बढ़ाते हैं जब ट्रेड आपके फेवर में जा रहा होता है। यह खास तौर पर ट्रेंडिंग मार्केट में इस्तेमाल किया जाता है ताकि मुनाफे को अधिकतम किया जा सके और रिस्क को कंट्रोल में रखा जा सके।

उदाहरण से समझें:

मान लीजिए आपने किसी स्टॉक को ₹100 पर 10 शेयर खरीदे। जब स्टॉक ₹105 पर पहुंचता है और ट्रेंड मजबूत दिखता है, तो आप और 10 शेयर खरीदते हैं। फिर ₹110 पर और 10 शेयर जोड़ते हैं।

इस तरह की स्ट्रैटेजी को “पिरामिडिंग” कहा जाता है क्योंकि आपकी पोजीशन की शेप एक पिरामिड की तरह होती है — नीचे कम और ऊपर ज़्यादा।

  ✅ “बड़े लॉस के बाद ऑप्शन इंट्राडे छोड़ें: MTF से करें सुरक्षित स्विंग ट्रेडिंग”- ( Go For Swing Trading with Benifit of MTF facility)

अगर आपने ऑप्शन इंट्राडे ट्रेडिंग में बड़ा नुकसान झेला है, तो खुद को थोड़ा समय देकर सोच-समझकर स्विंग ट्रेडिंग की ओर शिफ्ट होना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। इंट्राडे में तेज़ मूवमेंट्स और भावनाओं का उतार-चढ़ाव अक्सर ट्रेडर्स को बड़ा नुकसान दे सकता है।

ऐसे समय में MTF (Margin Trading Facility) का इस्तेमाल करके आप कम पूंजी में भी अच्छे स्टॉक्स में निवेश कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, Dhan ब्रोकरेज आपको आपकी पूंजी पर 75% तक मार्जिन देता है, जिससे आप स्विंग ट्रेड के लिए क्वालिटी स्टॉक्स खरीद सकते हैं और 1 से 10 दिन की होल्डिंग में स्थिर मुनाफा कमा सकते हैं।

इससे आपको न केवल इंट्राडे प्रेशर से राहत मिलती है, बल्कि आप ट्रेडिंग में दोबारा आत्मविश्वास भी बना सकते हैं।

जरूरी लिंक (Source Links):

  1. 🔗 Dhan की MTF सुविधा के बारे में पूरी जानकारी:
    👉 https://dhan.co/margin-trading-facility

  2. 🔗 MTF पर ब्याज दरें और फायदे:
    👉 https://blog.dhan.co/margin-trading-facility-on-dhan-now-at-reduced-rates

  3. 🔗 MTF कैलकुलेटर: (पता करें आपको कितना मार्जिन मिलेगा और कितना ब्याज लगेगा)
    👉 https://dhan.co/calculators/mtf-calculator

 

Change Yourself, not Market
Change Yourself, not Market

 

 4. ऑप्शन में ट्रेडिंग करने से पहले उसके बारे में जानकारी लेना बहुत जरुरी है

Understanding Intraday Option Trading to control Losses

Time Decay (Theta)

हर दिन Option की Value घटती है – Buyer के लिए खतरा, Seller के लिए फायदेमंद।

ऑप्शन की प्रीमियम में टाइम वैल्यू ज्यादा होती है , जैसे एक्सपायरी नजदीक आती है ,प्रीमियम कम होते जाते है , जिससे इंडेक्स या स्टॉक आपके डायरेक्शन में जाता है तो ही आप प्रॉफिट में रहेंगे , अगर वह साइड वेज़ या थोड़ा भी उलटे डायरेक्शन में जाता है तो आपको लॉस ही होगा।

Low Volatility

IV (Implied Volatility) कम होने से Option Premium गिरता है।

किसी भी कारन से अगर स्टॉक में Volatility कम है , तो ऑप्शन के प्रीमियम नहीं बढ़ेंगे उलटा टाइम वैल्यू की वजह से और कम हो जायेंगे

High Transaction Cost

Option में Taxes, Brokerage अधिक होते हैं – Frequent Trades से नुकसान बढ़ सकता है।

साइड वेज़ मार्केट में ,या नॉन ट्रेंडिंग डे पर , स्टॉक या इंडेक्स एक ही छोटे रेंज में मूवमेंट करते है , ऐसे समय ट्रेडर को प्रॉफिट नहीं दीखता और उसका माइंड कंट्रोल कम होता है और ओवरट्रेडिंग होता है , जिसके कारन ब्रोकरेज और टर्नओवर टैक्सेस बढ़ते है ,
मार्केट 70 % साइड वेज़ में होता है , तो आप सोच सकते है की नुकसान में Taxes, Brokerage का कितना बड़ा हात है।

Unexpected Events

News या Events से अचानक Movement आ सकता है – Prepared रहना जरूरी है।

Out of Money Options

OTM Options में Premium सस्ता होता है लेकिन Expiry तक वो Zero हो सकता है।

आउट ऑफ़ मनी ऑप्शन में ट्रेड करना सबसे जोखिम का काम होता है , इसमें प्रॉफिट होने की शक्यता बहुत कम होती है , और एक्सपायरी के दिन ज्यादातर समय यह जीरो हो जाते है ,
कभी कभी अचानक से मूवमेंट आने पर 10 का ऑप्शन प्रीमियम 100 तक चला जाता है , लेकिन यह कभी कबार होता है , और इसके पीछे कोई भी लॉजिक नहीं होता है।

No Trading Strategy

बिना योजना के Option Trade करना सबसे बड़ी गलती है – जैसे: Covered Call, Spread Strategy, आदि का Use करें।

Nifty Vs Option price action learning
Nifty Vs Option price action learning

 

 5.  इंट्राडे ऑप्शन ट्रेडिंग लॉस रिकवरी टिप्स 

Intraday option trading Loss Recovery Tips 

Don’t Fix Targets, Fix Position Size & Stop Loss

Target अपने आप आएगा, सबसे जरूरी है कितना Risk ले रहे हैं – यह तय करना। Day-wise, Week-wise और Monthly SL जरूर तय करें।

Big Loss Avoid करें – Big Profit Bonus समझें

Focus करें Small Loss, Small Profit पर। Big Profit मिले तो एक्स्ट्रा। लेकिन Big Loss हर हाल में Avoid करें।

Get out of “Need to Make Money” Mindset

“हर हाल में कमाना है” वाली सोच आपको गलत फैसले लेने पर मजबूर करती है। Mindful और Neutral सोच के साथ ट्रेड करें।

“Survival First, Growth Later” को अपनाएं। पहले Loss को रोकें, फिर Profit की ओर बढ़ें। Consistency और Patience रखें – यही Master Key है।

 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

Q1:Intraday trading में लॉस होने पर क्या करना चाहिए?
ट्रेडिंग रोकें, गलती का एनालिसिस करें, जर्नल में लिखें और अगली बार के लिए एक बेहतर प्लान तैयार करें।

Q2: आम गलतियाँ कौन-सी होती हैं?
A: स्टॉप लॉस ना लगाना, भावनाओं में आकर ट्रेडिंग करना, और गलत समय पर एंट्री/एग्ज़िट।

Q3:Intraday trading में लगातार लॉस क्यों होता है?
इसका कारण हो सकता है: बिना स्ट्रैटेजी के ट्रेड करना, इमोशनल डिसीजन लेना, ओवरट्रेडिंग, या रिस्क मैनेजमेंट न होना।

Q4: नुकसान के बाद पॉजिटिव माइंडसेट कैसे बनाए रखें?
A: ध्यान (Meditation), जर्नलिंग और हर नुकसान को एक सबक मानना मदद करता है।

Q5: क्या सफल रिकवरी के उदाहरण हैं?
A: हां, अनुभवी ट्रेडर्स ने प्लान बनाकर, इमोशंस को कंट्रोल कर, घाटे को मुनाफे में बदला है।

Q6:Intraday trading में loss से कैसे बचे?
SL (Stop Loss) का सही इस्तेमाल करें, हर ट्रेड में रिस्क लिमिट तय करें और ट्रेडिंग प्लान को फॉलो करें।

Q7:क्या ट्रेडिंग में हुए नुकसान की भरपाई संभव है?
 हाँ, अगर आप डिसिप्लिन, सही स्ट्रैटेजी और सीखने की सोच के साथ ट्रेड करें, तो नुकसान की भरपाई संभव है।

यह वीडियो उन लोगों के लिए ज़रूरी है जो ऑप्शन ट्रेडिंग में मुनाफ़ा कमाने की कोशिश कर रहे हैं।
इस वीडियो को पूरा ज़रूर देखें, क्योंकि इसमें जो कॉन्सेप्ट समझाया गया है, वह आपको ऑप्शन बायिंग को एक नए नजरिए से समझने में मदद करेगा।

वीडियो देखें: “एक ऑप्शन बायर से मिलिए जो अच्छा पैसा कमाता है!! #Face2Face with Asit Baran Pati”

I’m a stock market trader with 8+ years of experience, specializing in chart analysis and trading psychology. I share my learnings in hindi to help others avoid common trading mistakes and build the right mindset for consistent profit.

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