Infosys Layoff 2025: 6 महीने में 1300+ फ्रेशर्स की छंटनी – वजह सिर्फ परफॉर्मेंस नहीं!
महत्वपूर्ण बातें
- Infosys ने अप्रैल 2025 में 240 फ्रेशर्स को फाइनल असेसमेंट में फेल होने पर टर्मिनेट किया।
- यह 2025 में तीसरी बार है जब Infosys ने फ्रेशर्स की बड़ी छंटनी की है।
- फरवरी में 350 से अधिक फ्रेशर्स और अक्टूबर 2024 में 700 से ज्यादा ट्रेनीज़ को निकाला गया था।
- यह केवल कंपनी की नीति नहीं, बल्कि IT सेक्टर पर बढ़ते वैश्विक दबाव का भी संकेत है – जिसमें ट्रम्प टैरिफ़, डॉलर की कमजोरी और महंगाई दर शामिल हैं।
अप्रैल 2025 में Infosys ने 240 फ्रेशर्स को निकाला
Infosys ने 17 अप्रैल 2025 को हुए फाइनल असेसमेंट में फेल होने पर 240 फ्रेशर्स को टर्मिनेट कर दिया। ये सभी ‘Generic Foundation Training Program’ के तहत ट्रेनिंग ले रहे थे और तीन प्रयासों में भी टेस्ट पास नहीं कर सके।
कंपनी का ईमेल स्टेटमेंट:
“आपने क्वालिफिकेशन क्राइटेरिया को पूरा नहीं किया, जबकि आपको डाउट-क्लियरिंग सेशन्स, मॉक टेस्ट और तीन मौके दिए गए। इसलिए अब आपकी अप्रेंटिसशिप जर्नी यहीं समाप्त होती है।”
Infosys की छंटनी इतिहास – 6 महीने में तीन बार Layoff
- फरवरी 2025: 350 फ्रेशर्स निकाले गए
- अक्टूबर 2024: 700 से अधिक ट्रेनीज़ हटाए गए
- अप्रैल 2025: 240 फ्रेशर्स को टर्मिनेट किया गया
👉 कुल मिलाकर, Infosys ने 1,300 से अधिक फ्रेशर्स को 6 महीने में हटाया है।
सिर्फ परफॉर्मेंस नहीं, बल्कि ग्लोबल फॅक्टर का भी दबाव
बड़ी कंपनी हमेशा आगे का प्लान बनाके चलते है , यह लेऑफ सिर्फ एक कंपनी की परफॉर्मेंस नीति नहीं है। इसके पीछे कुछ बड़े वैश्विक कारण भी हैं, जो Infosys ही नहीं, पूरे IT सेक्टर को प्रभावित कर रहे हैं
1. ट्रम्प टैरिफ़ का असर
2025 में अमेरिका के नए ट्रम्प प्रशासन ने अमेरिका से बाहर जाने वाले डॉलर को रोकने के लिए आउटसोर्सिंग पर सख्त टैरिफ और टैक्स लागू कर दिए हैं। इससे भारतीय IT कंपनियों की प्रॉफिट मार्जिन पर दबाव पड़ा है।
2. 💸 डॉलर की कमजोरी
हाल ही में डॉलर में आई कमजोरी ने एक्सपोर्ट-बेस्ड कंपनियों की इनकम को घटा दिया है। Infosys जैसी कंपनियां जो विदेशी क्लाइंट्स से डॉलर में पेमेंट लेती हैं, उनकी इनकम रूपए में कम हो गई है। और इसका असर कंपनी को भविष्य में मिलने वाले नए प्रोजेक्ट पर भी हो सकता है।
3. 📈 बढ़ती महंगाई और कॉस्ट कटिंग
भारत और अमेरिका दोनों में महंगाई दर (Inflation) लगातार बढ़ रही है। महंगाई दर एक ग्लोबल मुद्दा बना हुवा है , कंपनियां अब होने वाले खर्चो पर कंट्रोल कर रहा है – जिसमें ट्रेनिंग में खर्च और लो परफॉर्मेंस वाले कर्मचारियों की छंटनी शामिल है।
📉 क्या IT सेक्टर में खतरे की घंटी बज चुकी है?
Infosys जैसी दिग्गज कंपनी द्वारा बार-बार फ्रेशर्स की छंटनी (layoff ) यह दिखाती है कि IT सेक्टर में अब हर कदम मापा-तौला जा रहा है। कंपनियां अब हायरिंग के बाद भी स्किल और परफॉर्मेंस चेक कर रही है।
और जैसे की सबको पता है , कवीड 19 के बाद सबसे ज्यादा आईटी सेक्टर में तेजी आई है , और अब प्रॉफिट बुकिंग करना हो तो सबसे पहले इसी सेक्टर से शुरवात हो सकती है।
🎓 Infosys की राहत और अपस्किलिंग पहल
Infosys ने प्रभावित कर्मचारियों को पूरी तरह निराश नहीं किया है। उन्होंने निकाले गए फ्रेशर्स को निम्नलिखित मदद दी है:
- एक महीने की सैलरी
- रहने की सुविधा (Mysore ट्रेनिंग सेंटर में)
- यात्रा भत्ता – Bengaluru या उनके गृहनगर तक
- NIIT और UpGrad के साथ मिलकर फ्री अपस्किलिंग प्रोग्राम
ये प्रोग्राम दो विकल्पों में उपलब्ध हैं:
- BPM इंडस्ट्री के लिए तैयारी
- IT फंडामेंटल्स की ट्रेनिंग – जिससे वे भविष्य में IT सेक्टर में वापस आ सकें
😟 ट्रेनीज़ की शिकायतें
- उन्हें इंटरनल असेसमेंट में नेगेटिव मार्किंग के बारे में सही जानकारी नहीं दी गई।
- कई बार टेस्ट के पैटर्न अस्पष्ट थे।
- ट्रेनिंग के दौरान गाइडेंस और सपोर्ट कम मिला।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1: Infosys ने 2025 में कितनी बार फ्रेशर्स को निकाला है?
उत्तर: Infosys ने 2025 में अब तक तीन बार फ्रेशर्स की छंटनी की है – फरवरी, अप्रैल और अक्टूबर (2024 के अंत में onboard हुए फ्रेशर्स को हटाया गया)।
Q2: क्या यह छंटनी परफॉर्मेंस के आधार पर थी?
उत्तर: हां, कंपनी का दावा है कि सभी निकाले गए फ्रेशर्स तीन प्रयासों के बाद भी इंटरनल असेसमेंट में फेल हो गए थे।
Q3: इसके पीछे कोई आर्थिक कारण भी हैं क्या?
उत्तर: हां, ट्रम्प टैरिफ़, डॉलर की कमजोरी और वैश्विक महंगाई की वजह से IT कंपनियों पर दबाव बढ़ा है, जिससे छंटनी एक लागत-कटौती उपाय बन गया है।
Q4: Infosys ने निकाले गए कर्मचारियों को क्या मदद दी है?
उत्तर: एक महीने की सैलरी, रहने की सुविधा, यात्रा भत्ता और NIIT/UpGrad के साथ फ्री ट्रेनिंग।
Q5: क्या IT सेक्टर में आने वाले समय में और भी छंटनी हो सकती है?
उत्तर: यदि वैश्विक आर्थिक स्थिति और खराब होती है, तो हां – और कंपनियों में अधिक परफॉर्मेंस-केंद्रित पॉलिसी देखी जा सकती है।
✍️ निष्कर्ष
Infosys की बार-बार की छंटनी यह संकेत देती है कि अब IT सेक्टर केवल स्किल-बेस्ड और परफॉर्मेंस-ओरिएंटेड हो चुका है। साथ ही, वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था का भी बड़ा प्रभाव अब भारतीय कंपनियों पर दिखने लगा है। यह वक्त है कि सभी फ्रेशर्स और प्रोफेशनल्स अपने स्किल्स को लगातार अपडेट करें, और बाजार के बदलते ट्रेंड्स के साथ खुद को तैयार रखें।
READ MORE
Infosys के शेयर क्यों गिर रहे हैं? जानिए बड़ी वजहें | Infosys के शेयर के लिए महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल!
Infosys Stock When to Buy ? | why infosys share is falling in 2025 ?