चोकसी कौन है? | हीरा व्यापारी से भगोड़ा तक की कहानी
परिचय
- मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) एक भारतीय हीरा व्यापारी था , जो गीतांजलि जेम्स (Gitanjali Gems Ltd.) का मालिक रह चूका है । यह कंपनी भारत की एक बड़ी और फेमस ज्वेलरी कंपनी थी, गीतांजलि जेम्स के कई ब्रांड्स और देश-विदेश में सैकड़ों शोरूम भी थे।
- मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) का नाम सुनते ही दिमाग में सबसे पहले PNB BANK घोटाला (PNB Scam) की याद आती है।
- एक समय पर देश के टॉप हीरा कारोबारियों में गिने जाने वाले चोकसी अब भारत सरकार को करोड़ों का चूना लगाकर विदेश में छिपे बैठे हैं। इस लेख में हम जानेंगे मेहुल चोकसी का पूरा जीवन सफर, उनका व्यवसाय, घोटाले की पूरी कहानी और सरकार द्वारा की गई कार्रवाई।
इस ब्लॉग पोस्ट में हम मेहुल चोकसी का जीवन सफर जानेंगे , उनका हीरो का व्यवसाय, बैंक घोटाला कैसे किया और कैसे फरार हुवे
मेहुल चोकसी की शुरुआती जिंदगी
- जन्म: 5 मई 1959, मुंबई, महाराष्ट्र
- शिक्षा: मेहुल चोकसी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई में पूरी की और इसके बाद मुंबई यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में स्नातक (B.Com) किया। शिक्षा के दौरान ही उन्होंने अपने पारिवारिक हीरा व्यवसाय में दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया था।
- पारिवारिक व्यवसाय: मेहुल चोकसी का खानदानी व्यापर ही हीरा और आभूषण उद्योग से जुड़ा हुआ था , उसके पिता ने 1960 के दशक में हीरा व्यापार कारोबार की नींव रखी थी , मेहुल चोकसी ने इस बिज़नेस को टेक्ननोलॉजी के साथ जोड़कर बड़े स्तर पर विस्तार किया।
गीतांजलि जेम्स की स्थापना और सफलता
गीतांजलि ग्रुप (Gitanjali Group) की स्थापना मेहुल चोकसी ने की थी, जिसे भारत की सबसे बड़ी ज्वेलरी कंपनियों में गिना जाता था।
मेहुल चोकसी ने अपने करियर की शुरुआत अपने पारिवारिक कारोबार से की और बाद में खुद की कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड की स्थापना की। इस कंपनी के अंतर्गत कई ब्रांड्स जैसे गिली (Gili), नक्षत्र, डायमंड्स एंड मोर आदि देश और विदेश में मशहूर हुए।
गीतांजलि ग्रुप भारत के साथ-साथ यूएई, हांगकांग, अमेरिका आदि देशों में भी कारोबार करता था और एक समय में यह भारत के सबसे बड़े ज्वेलरी ब्रांड्स में से एक बन गया था।
गीतांजलि ग्रुप का कारोबार भारत ही नहीं, बल्कि अमेरिका, यूएई, बेल्जियम और अन्य देशों में फैला हुआ था। 4000 से ज्यादा रिटेल आउटलेट्स के साथ यह ग्रुप भारत की पहचान बन चुका था।
पंजाब नेशनल बैंक घोटाला (PNB Scam)
2018 में भारत के इतिहास का सबसे बड़ा PNB BANK घोटाला सामने आया, जिसमें पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से लगभग 13,850 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ।
कैसे हुआ घोटाला?
- मेहुल चोकसी और उनके भांजे नीरव मोदी ने PNB के अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) के जरिए विदेशों से कर्ज लिया।
- यह कर्ज कभी वापस नहीं चुकाया गया।
- बैंक को जब इसकी भनक लगी, तब तक दोनों देश छोड़कर भाग चुके थे।
नागरिकता और देश छोड़ना
मेहुल चोकसी ने 2017 में ही एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले ली थी, जिससे उसने भारत से भागना आसान कर लिया।
- चोकसी ने “Citizenship by Investment Program” के तहत वहां की नागरिकता प्राप्त की।
- भारत सरकार के नोटिस से पहले ही उसने भारत छोड़ दिया।
भारत से फरारी की टाइमलाइन:
- जनवरी 2018: घोटाले का खुलासा
- जनवरी 2018: मेहुल भारत से भाग गया
- जून 2018: भारत ने पासपोर्ट रद्द किया
- 2019: इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी
2018 में PNB घोटाला और शेयर प्राइस में 45% की गिरावट
2018 में पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में हुए बड़े बैंकिंग घोटाले ने शेयर बाजार में भारी हलचल मचा दी थी। हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी और नीरव मोदी पर विदेशी बैंकों से फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LOU) के जरिए ₹13,000 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी का आरोप लगा। इस घोटाले की खबर सामने आने के बाद निवेशकों का भरोसा टूट गया और PNB के शेयरों में केवल दो महीनों में करीब 45% की गिरावट आ गई। फरवरी 2018 में PNB का शेयर लगभग ₹197 के स्तर पर था, जो घोटाले की खबर के बाद तेजी से गिरकर ₹110 के आसपास आ गया। यह घटना भारतीय बैंकिंग सिस्टम की पारदर्शिता और निगरानी तंत्र पर भी सवाल उठाती है। इस घोटाले के चलते निवेशकों और आम लोगों में सरकारी बैंकों को लेकर चिंता बढ़ गई थी।
डोमिनिका में गिरफ्तारी और अपहरण का दावा
मई 2021 में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई — मेहुल चोकसी डोमिनिका में पकड़ा गया।
चोकसी का दावा:
- उसका अपहरण हुआ था और जबरन डोमिनिका ले जाया गया।
- भारत सरकार ने उसे प्रत्यर्पित करने की कोशिश की, लेकिन कानूनी प्रक्रिया में मामला अटक गया।
भारत सरकार की कोशिशें
भारत सरकार और CBI, ED जैसे एजेंसियाँ लगातार चोकसी को भारत लाने की कोशिश कर रही हैं।
उठाए गए कदम:
- इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस
- पासपोर्ट रद्द करना
- प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करना
- विदेशी सरकारों से संपर्क
वर्तमान स्थिति
- मेहुल चोकसी अभी भी एंटीगुआ की नागरिकता के दम पर भारत से बचा हुआ है।
- उसने कोर्ट में कई बार अपनी बीमारी और मानसिक तनाव का हवाला देकर कानूनी प्रक्रिया में देरी करवाई है।
निष्कर्ष
मेहुल चोकसी की कहानी एक ऐसे व्यापारी की है जिसने अपने व्यवसाय से अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाई, लेकिन लालच और भ्रष्टाचार के कारण वह एक भगोड़े के रूप में जाना जाने लगा। भारत सरकार उसे कानून के कटघरे में लाने की कोशिश कर रही है, लेकिन कानूनी पेचिदगियों और विदेशी नागरिकता के कारण यह एक लंबी लड़ाई बन गई है।
FAQs: मेहुल चोकसी और PNB घोटाला के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. मेहुल चोकसी कौन है?
A. वह गीतांजलि ग्रुप का मालिक और एक पूर्व हीरा व्यापारी है, जो अब पीएनबी घोटाले में आरोपी है।
Q2. मेहुल चोकसी ने कितने रुपये का घोटाला किया?
A. लगभग 13,000 करोड़ रुपये का।
Q3. वह अब कहां है?
A. मेहुल चोकसी फिलहाल एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता के तहत विदेश में रह रहा है।
Q4. क्या मेहुल चोकसी को भारत लाया जा सकता है?
A. भारत सरकार कोशिश कर रही है, लेकिन कानूनी और राजनीतिक अड़चनों के कारण यह प्रक्रिया धीमी है।
Q5. मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल लिस्ट में है?
A. हां, उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है।
Q6. PNB घोटाला 2018 क्या था?
A. PNB घोटाला 2018 भारत के इतिहास का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला था, जिसमें मेहुल चोकसी और नीरव मोदी पर लगभग ₹13,850 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप लगा।
Q7. PNB घोटाले के बाद बैंक के शेयर प्राइस पर क्या असर पड़ा?
A.PNB घोटाले की खबर सामने आने के बाद मात्र दो महीनों में बैंक के शेयर प्राइस में करीब 45% की गिरावट आई। फरवरी 2018 में शेयर लगभग ₹197 के स्तर पर था, जो मार्च-अप्रैल तक गिरकर ₹97 के आसपास पहुंच गया।
Q8. क्या PNB घोटाले के बाद सरकार ने कोई कदम उठाए?
A.हाँ, PNB घोटाले के बाद सरकार और RBI ने बैंकिंग सेक्टर में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए। LOU सिस्टम को बंद कर दिया गया और सरकारी बैंकों की निगरानी और ऑडिट प्रक्रिया को और सख्त किया गया।
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