परिचय (Introduction)
ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल होने के लिए कई सारे फैक्टर होते है , उसमे ऑप्शन ट्रेडिंग का सही टाइमिंग और ऑप्शन सेलेक्शन ( स्ट्राइक प्राइस ) यह भी उतने ही महत्वपूर्ण है , अगर ज्यादा दूर की स्ट्राइक प्राइस सिलेक्ट करते हो और मार्केट भी ट्रेंड में है फिर भी आपको लॉस हो सकता है , क्यू की ट्रेंडिंग मार्केट में भी रिटेस्ट होते है ऐसे समय दूर के ऑप्शन के प्रीमियम बहुत ज्यादा गिरते है ,
दूसरा आप एक्सपायरी नजदीक होने पर गलत स्ट्राइक प्राइस चुनते हो और मार्किट बस 5 पॉइंट भी उसके निचे क्लोज होता है तो भी ऑप्शन का प्रीमियम शुन्य होगा। इस लेख में हम जानेंगे:
- ऑप्शन बायिंग का बेस्ट टाइम क्या होता है
- कौन से दिन ऑप्शन बाय करना चाहिए
- ATM, ITM और OTM ऑप्शन का क्या मतलब होता है
- और सस्ता ऑप्शन कब खरीदना चाहिए
1. ऑप्शन बायिंग के लिए बेस्ट टाइम क्या है?
ज्यादातर देखा गया है और अनुभवी ट्रेडर का भी मानना है की इस समय मार्केट एक डायरेक्शन पकड़ता है जिससे ट्रेडर कंफ्यूज नहीं होते है
✅ सबसे बेस्ट टाइम होता है – सुबह 9:30 से 11:00 बजे के बीच
👉 इस समय मार्केट की दिशा स्पष्ट होती है और प्रीमियम में मूवमेंट अच्छा मिलता है।
✅ दूसरा टाइम – दोपहर 1:30 से 2:30 बजे तक
👉 ये टाइम ब्रेकआउट या ट्रेंड कंटीन्यूशन का होता है।
दिन के कोनसे समय ट्रेड नहीं करना चाहिए
- 11:30 AM से 1:15 PM के बीच – मार्केट अक्सर Sideways रहता है
- 3:00 PM के बाद – Premium Decay तेज़ हो जाता है
मार्किट को 11:30 AM से 1:15 PM ट्रेंड कॉन्टीनुअशन या ट्रेंड रिवर्सल होने से पहले मार्केट इस समय छोटे झोन में बस रिटेस्ट करता है , जिससे क्लियर डायरेक्शन नहीं समझती और ऑप्शन के कीमते कम होती है।
3:00 PM के बाद – उस दिन के पोसिशन्स क्लोस होते है , और बड़े प्लेयर नए पोजीशन बनाते है इस वजह से ऑप्शन के प्रीमियम में काफी फ़ास्ट मूवमेंट आ सकती है।
2. किस दिन ऑप्शन बाय करना चाहिए?
सोमवार: सप्ताह की शुरुआत में नया ट्रेंड बनता है, ऑप्शन बायिंग के लिए सही समय।
मंगलवार: वोलैटिलिटी बढ़ती है, ब्रेकआउट की संभावना ज्यादा होती है, बढ़िया ट्रेडिंग अवसर मिलता है।
बुधवार: टाइम डिके तेज होता है, केवल पक्के और कन्फर्म सेटअप पर ही ट्रेड करना चाहिए।
गुरुवार: एक्सपायरी का दिन है, तेजी से मुनाफा या नुकसान होता है, रिस्क मैनेजमेंट जरूरी है।
शुक्रवार: सप्ताह का आखिरी दिन है, हल्की ट्रेडिंग करें और छोटे टारगेट से संतुष्ट रहें।
निष्कर्ष: सोमवार और मंगलवार ऑप्शन बायिंग के लिए सबसे अच्छे दिन माने जाते हैं बाजार में।
👉 Monday और Tuesday सबसे सही दिन माने जाते हैं ऑप्शन बायिंग के लिए।
3. ATM, ITM, OTM ऑप्शन क्या होते हैं?
ATM (At The Money):
जहां स्ट्राइक प्राइस, अंडरलाईंग के प्राइस के करीब होता है
👉 उदाहरण: Nifty 22000 है → 22000 CE/PE = ATM
ITM (In The Money):
जहां ऑप्शन पहले से फायदे में हो
👉 Nifty 22000 → 21800 CE = ITM
OTM (Out of The Money):
जहां ऑप्शन अभी नुकसान में हो
👉 Nifty 22000 → 22200 CE = OTM
📌 शुरुआत में ATM ऑप्शन लेना बेहतर होता है, क्योंकि Time Decay कम होता है और मूवमेंट जल्दी मिलता है।
4. सस्ता ऑप्शन कब खरीदें?
👉 अक्सर नए ट्रेडर्स सिर्फ सस्ता ऑप्शन देखकर ही उसे खरीद लेते हैं, जो एक बड़ी गलती होती है।
✅ सस्ता ऑप्शन कब सही है?
- जब आपको उम्मीद हो कि मार्केट में तेज़ मूवमेंट आने वाला है
- इवेंट (Budget, RBI Meeting) के समय
- Expiry वाले दिन Scalping के लिए
ध्यान रखें: OTM ऑप्शन सस्ता तो होता है लेकिन ज्यादा रिस्की भी होता है।
5.ट्रेडिंग टाइमिंग और सेलेक्शन के लिए टॉप टिप्स
- ट्रेंड पूरी तरह कन्फर्म हो जाने के बाद ही किसी भी दिशा में ट्रेड लेने का फैसला करना ज़रूरी है।
- ट्रेडिंग की शुरुआत में हमेशा ATM ऑप्शन चुनें, अनुभव बढ़ने पर ही ITM या OTM की तरफ जाएं।
- Expiry वाले दिन भावनाओं में बहकर ज़्यादा Quantity में ट्रेड करना खतरनाक हो सकता है, इससे हमेशा बचें।
- सही स्ट्राइक चुनने के लिए ऑप्शन की IV (Implied Volatility) ज़रूर चेक करें, इससे रिस्क कंट्रोल में रहता है।
- ट्रेड में एंट्री लेने से पहले ही एक्सिट प्लान तय करें, ताकि लालच या डर से नुकसान न हो।
❓ FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. ऑप्शन बायिंग का बेस्ट टाइम कब है?
👉 सुबह 9:30 से 11:00 और दोपहर 1:30 से 2:30 सबसे अच्छे समय हैं।
Q2. कौन सा ऑप्शन लेना बेहतर होता है – ATM, ITM या OTM?
👉 शुरुआती लोगों के लिए ATM ऑप्शन लेना सबसे सेफ होता है।
Q3. क्या सिर्फ Expiry डे पर ऑप्शन ट्रेडिंग करनी चाहिए?
👉 नहीं, Expiry डे सबसे रिस्की होता है। शुरुआत में Monday या Tuesday बेहतर दिन हैं।
Q4. सस्ता ऑप्शन क्यों खराब होता है?
👉 क्योंकि उसमें मूवमेंट आने की संभावना कम होती है और Time Decay तेज़ होता है।
🟩 निष्कर्ष (Conclusion)
सही टाइमिंग और ऑप्शन सिलेक्शन के बिना कोई भी स्ट्रेटेजी काम नहीं करती। अगर आप इन दोनों चीज़ों पर ध्यान देंगे तो ऑप्शन बायिंग में आपकी सफलता की संभावना कई गुना बढ़ जाएगी। हमेशा position sizing और Risk Management करें और बिना समझे कोई ऑप्शन ना खरीदें।