Site icon Trading with Manoj Shinde 27

“ट्रेडिंग में खुद को साबित करने की नहीं, सुधारने की ज़रूरत है?-सफलता का असली रहस्य!”

शेयर मार्केट ट्रेडर को खुद को साबित करने की नहीं, बल्कि सुधारने की ज़रूरत होती है

खुदको साबित करना Vs खुदको सुधारना – दोनों में क्या अंतर है?

(Focus on Improving Yourself, Not Proving Yourself)

शेयर मार्केट ट्रेडर को खुद को साबित करने की नहीं, बल्कि सुधारने की ज़रूरत होती है – ट्रेडिंग में सफलता का असली मंत्र!


ट्रेडिंग में -खुदको साबित करना Vs खुदको सुधारना 

( Prove vs Improve)

खुद को साबित करना

खुद को सुधारना

दूसरों को impress करना

खुद को better बनाना

Ego के साथ निर्णय लेना

Logic और सिस्टम के साथ निर्णय लेना

बार-बार Overtrade करना

केवल सेटअप आने पर ट्रेड करना

Short-term success पर फोकस

Long-term consistency पर फोकस

Profit दिखाने की ज़रूरत महसूस करना

Process में mastery पाने की कोशिश करना

 

Trading journal image

 जब आप खुद को साबित करना चाहते हैं, तो क्या होता है?

आपका ध्यान प्रॉफिटऔर लॉस की तरफ जाता है और आप प्रोसेस को अनदेखा करने लगते हो ,आप खुदके ट्रेडिंग प्लान को भूलकर चार्ट पर हर समय ट्रेड दिखता है – आपको बस entry चाहिए ताकि आप कुछ दिखा सकें।

गलत trades को justify करते हैं , आप Loss लेने के बजाय उस ट्रेड को “सही साबित” करने की कोशिश करते हैं। SL नहीं लगाते, averaging करते हैं और loss को बड़ा बनाते हैं।

हर दिन कुछ साबित करने का दबाव – हर दिन market में खुद को साबित करने के चक्कर में आप unrealistic goals बना लेते हैं – “आज 10K कमाना है”, “आज सिर्फ green होना है” – जो performance को और बिगाड़ता है।


 Improvement Based Thinking – कैसे आपको बेहतर ट्रेडर बना सकता है?

जब आप खुद को improve करने की सोच रखते हैं, तो हर ट्रेड से सीखते हैं – चाहे वो loss हो या profit। आप जर्नलिंग करते हैं, mistakes को analyze करते हैं।

आपका ध्यान सिर्फ P&L पर नहीं, बल्कि process पर होना चाहिए – क्या एंट्री सही थी? क्या Emotion free Decision था? क्या SL & Target predefined थे?

Improve करने वाला Trader जानता है कि success एक दिन में नहीं आती। वह छोटे consistent profits और stable growth को ज़्यादा महत्व देता है।


बेहतर बनने की सोच कैसे अपनाएं – कुछ आसान तरीके

  1. ट्रेडर्स के लिए मॉर्निंग रूटीन के 5 पॉइंटस- Start Your Trading Day the Right Way

2. पोस्ट-ट्रेड एनालिसिस की आदतPost-Trade Analysis Habit

ट्रेड ख़तम होने के बाद ये तीन सवाल खुदसे ज़रूर पूछें

3. मासिक रिपोर्ट कार्डMonthly Review Sheet बनाएँ


सोशल मीडिया का असर कम कैसे करें?

1. Fake Success Illusion को समझें

सोशल मिडिया पर 99% लोग सिर्फ Winning trades दिखाते हैं। लॉस या गलतियों की बात कोई नहीं करता। इससे ट्रेडर के मनमे हर ट्रेड में प्रॉफिट कमाने का प्रेशर बन जाता है , तुलना करना Self-Destructive होता है।

2. Silent Growth चुनें

अपने रिजल्ट की दुसरो से नहीं ,बल्कि खुद के रिजल्ट के साथ तुलना करें – क्या मेरी गलतियाँ कम हो रही हैं?

3. खुद को सीखने की Machine बनाएं

हर दिन 1 नई बात सीखें, चाहे वह technical हो या emotional discipline से जुड़ी हो। Improvement धीरे-धीरे आती है।


इस सोच को सही साबित करने वाले एक्सपर्ट्स के विचार

 

कुछ खास और असरदार विचार

1. मानसिक फिटनेस ही असली सुधार हैImprovement means Mental Fitness

जैसे आप Gym में physical fitness के लिए जाते हैं, वैसे ही Trading में emotional fitness ज़रूरी है – patience, acceptance, and resilience।

2. सुधार का पहला पॉइंट – Improvement = Capital Protection

जब आप खुद को प्रूव करने की बजाय सुधारने की सोच रखते हैं, तो आप aggressive bets से बचते हैं और capital बचा कर रखते हैं – जिससे आप market में टिके रह सकते हैं।

3. “सुधार से आती है आत्म-जागरूकता” – Improvement brings Self-awareness

Self-aware Trader जानता है कि उसका strength क्या है, weakness क्या है, और किन emotional triggers से बचना है।

4. सुधार से ही सिस्टम बनता हैImprovement leads to System Building

“Prove” करने वाला Trader बार-बार setup बदलता है। “Improve” करने वाला एक system को refine करता है, test करता है, और mastery पाता है।


 Inspirational Story – “अमर का ट्रेडिंग सफर”

अमर ने 2021 में ट्रेडिंग शुरू की थी। शुरुआत में वह बहुत motivated था लेकिन उसका मकसद था –
“सबको दिखाऊंगा कि मैं भी करोड़ों बना सकता हूं।”

वह हर दिन aggressive trades करता, social media पर screenshot डालता, और जब loss होता तो depression में चला जाता।

2022 में उसने एक बदलाव किया –
👉 Social media से break लिया
👉 Trading journal बनाया
👉 सिर्फ 2 setups पर काम किया
👉 Monthly 5% target रखा
👉 Mindset पर काम किया

2023 के अंत तक, अमर ने कोई भी बड़ी छलांग नहीं मारी थी – लेकिन वह consistent profitable बन चुका था।
अब उसका Goal था – खुद को हर महीने थोड़ा बेहतर बनाना।


निष्कर्ष: सुधार की यात्रा ही असली सफलता है

ट्रेडिंग में अपने आप को साबित करने की दौड़ में कई लोग खुद को ही खो बैठते हैं।
Ego-driven decision, overtrading, revenge trading – ये सभी चीजें “Prove” करने की चाहत से निकलती हैं।
जबकि “Improve” करने की सोच आपको maturity, patience और long-term growth की ओर ले जाती है।


Final Takeaway:

ट्रेडिंग एक Art है – और इस कला में Mastery तभी आती है जब हम खुद को हर दिन थोड़ा बेहतर बनाएं। Prove करने की कोशिश छोड़ो, Improve करने की आदत बनाओ। Market आपकी growth को खुद ही reward करेगा।


FAQs

Q1: खुद को प्रूव करना इतना बुरा क्यों माना जाता है?

क्योंकि ये निर्णयों में भावना (Emotion) लाता है, जो ट्रेडिंग में सबसे बड़ा खतरा है।

Q2: क्या खुद को सुधारने की journey boring होती है?

शुरुआत में हां, लेकिन यही Slow Progress आपको long-term में consistent बना देती है।

Q3: खुद को सुधारने की शुरुआत कैसे करें?

 एक सिंपल सिस्टम चुनें, एक ट्रेडिंग जर्नल शुरू करें, और हर हफ्ते खुद की mistakes का analysis करें।

 

अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आया हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें जो ट्रेडिंग में consistent बनना चाहते हैं। ट्रेडिंग में असली जीत उस दिन मिलती है जब आप खुद को हर दिन थोड़ा बेहतर बना पाते हैं।

READ MORE

“भारत में सीमेंट सेक्टर का भविष्य: क्या सीमेंट स्टॉक्स में निवेश करना फायदेमंद है?”

JSW STEEL Vs SAIL: कौन सा स्टॉक देगा जबरदस्त मुनाफा?

 

Exit mobile version