खुदको साबित करना Vs खुदको सुधारना – दोनों में क्या अंतर है?
(Focus on Improving Yourself, Not Proving Yourself)
शेयर मार्केट ट्रेडर को खुद को साबित करने की नहीं, बल्कि सुधारने की ज़रूरत होती है – ट्रेडिंग में सफलता का असली मंत्र!
- ट्रेडिंग में प्रॉफिट होने पर ट्रेडर अपनी सफलता दिखाना चाहता है ,ताकी उसे दुसरो की तारीफ मिले लेकिन दो या तीन बार प्रॉफिट होने पर कोई सफल ट्रेडर नहीं बनता यह एक लंबी प्रोसेस है , आपको
- साल ख़तम होने पर आपका पोर्टफोलियो ग्रीन होना चाहिए उसके लिए काम करना और प्रोसेस को लगातार बेहतर बनाना यह आपका लक्ष्य होना चाहिए ,सफलता साबित करने में नहीं है, कि आप सही हैं, बल्कि अपने प्रोसेस को लगातार बेहतर बनाने में है।
- ट्रेडिंग की दुनिया में सफल होने के लिए सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस ,चार्ट्स, इंडिकेटर या स्ट्रैटर्जी काफी नहीं होती। एक चीज़ है जो सबसे ज़्यादा मायने रखती है माइंडसेट और इस माइंडसेट की सबसे बड़ी गलती है – खुद को साबित करने की कोशिश।
- बहुत से ट्रेडर्स खासकर नए लोग लगातार दुसरो के साथ तुलना करने में व्यस्त रहते है ,और यह साबित करने की कोशिश में लगे रहते हैं कि “मैं एक अच्छा ट्रेडर हूं”
- मैं भी consistent profit बना सकता हूं मैं losses से उबर कर दिखाऊंगा, मैं market को beat कर सकता हूं , और यही सोच उन्हें इमोशनल निर्णय लेने पर मजबूर करती है।
ट्रेडिंग में -खुदको साबित करना Vs खुदको सुधारना
( Prove vs Improve)
खुद को साबित करना | खुद को सुधारना |
दूसरों को impress करना | खुद को better बनाना |
Ego के साथ निर्णय लेना | Logic और सिस्टम के साथ निर्णय लेना |
बार-बार Overtrade करना | केवल सेटअप आने पर ट्रेड करना |
Short-term success पर फोकस | Long-term consistency पर फोकस |
Profit दिखाने की ज़रूरत महसूस करना | Process में mastery पाने की कोशिश करना |
जब आप खुद को साबित करना चाहते हैं, तो क्या होता है?
- आपका ध्यान गलत चीजों पर होता है
आपका ध्यान प्रॉफिटऔर लॉस की तरफ जाता है और आप प्रोसेस को अनदेखा करने लगते हो ,आप खुदके ट्रेडिंग प्लान को भूलकर चार्ट पर हर समय ट्रेड दिखता है – आपको बस entry चाहिए ताकि आप कुछ दिखा सकें।
- गलत trades को justify करते हैं
गलत trades को justify करते हैं , आप Loss लेने के बजाय उस ट्रेड को “सही साबित” करने की कोशिश करते हैं। SL नहीं लगाते, averaging करते हैं और loss को बड़ा बनाते हैं।
- हर दिन कुछ साबित करने का दबाव
हर दिन कुछ साबित करने का दबाव – हर दिन market में खुद को साबित करने के चक्कर में आप unrealistic goals बना लेते हैं – “आज 10K कमाना है”, “आज सिर्फ green होना है” – जो performance को और बिगाड़ता है।
Improvement Based Thinking – कैसे आपको बेहतर ट्रेडर बना सकता है?
- Learning को Priority देना
जब आप खुद को improve करने की सोच रखते हैं, तो हर ट्रेड से सीखते हैं – चाहे वो loss हो या profit। आप जर्नलिंग करते हैं, mistakes को analyze करते हैं।
- Process-Oriented बनना
आपका ध्यान सिर्फ P&L पर नहीं, बल्कि process पर होना चाहिए – क्या एंट्री सही थी? क्या Emotion free Decision था? क्या SL & Target predefined थे?
- Realistic Growth Strategy बनाना
Improve करने वाला Trader जानता है कि success एक दिन में नहीं आती। वह छोटे consistent profits और stable growth को ज़्यादा महत्व देता है।
बेहतर बनने की सोच कैसे अपनाएं – कुछ आसान तरीके
- ट्रेडर्स के लिए मॉर्निंग रूटीन के 5 पॉइंटस- Start Your Trading Day the Right Way
- हर रोज ट्रेडिंग शुरू करने से पहले 15 मिनट ट्रेडिंग जर्नल पढ़ना चाहिए
- ट्रेडिंग के पहले 10 मिनट हल्का सा मेडिटेशन करना चाहिए जिससे एकाग्रता बढती है
- दिन के टारगेट और नियम लिखना जरुरी है
- लास्ट ट्रेडिंग डे का चार्ट्स का रिव्यू करे
- एक नई चीज़ सीखना चाहिए वह आप वीडियो / ब्लॉग / बुक कहीं से भी सिख सकते है
2. पोस्ट-ट्रेड एनालिसिस की आदत – Post-Trade Analysis Habit
ट्रेड ख़तम होने के बाद ये तीन सवाल खुदसे ज़रूर पूछें
- क्या ट्रेड में एंट्री , स्टॉपलॉस और एक्ज़िट नियमों के अनुसार लिया गया था ?
- क्या इस ट्रेड में मैंने Emotion के बजाय Logic से निर्णय लिया?
- अगर यही ट्रेड फिर से मिले, तो इसमें क्या बदलाव करके मैं ट्रेड लूंगा?
- इसके लिए ट्रेडिंग जर्नल सबसे बढ़िया पर्याय है जो हर ट्रेडर को हमेशा उपयोग में लाना चाहिए
3. मासिक रिपोर्ट कार्ड – Monthly Review Sheet बनाएँ
- Total Trades:
- Win Rate:
- Avg Profit/Loss:
- Biggest Mistake:
- इस महीने सीखी गई 3 प्रमुख बातें
सोशल मीडिया का असर कम कैसे करें?
1. Fake Success Illusion को समझें
सोशल मिडिया पर 99% लोग सिर्फ Winning trades दिखाते हैं। लॉस या गलतियों की बात कोई नहीं करता। इससे ट्रेडर के मनमे हर ट्रेड में प्रॉफिट कमाने का प्रेशर बन जाता है , तुलना करना Self-Destructive होता है।
2. Silent Growth चुनें
अपने रिजल्ट की दुसरो से नहीं ,बल्कि खुद के रिजल्ट के साथ तुलना करें – क्या मेरी गलतियाँ कम हो रही हैं?
3. खुद को सीखने की Machine बनाएं
हर दिन 1 नई बात सीखें, चाहे वह technical हो या emotional discipline से जुड़ी हो। Improvement धीरे-धीरे आती है।
इस सोच को सही साबित करने वाले एक्सपर्ट्स के विचार
- “The goal of a successful trader is to make the best trades. Money is secondary.” – Alexander Elder , एक सफल ट्रेडर का असली लक्ष्य होता है अच्छे ट्रेड करना। पैसा अपने आप आता है, वो दूसरी चीज है।
- “In trading, your greatest enemy is not the market, it’s you – your ego, your emotions, and your urge to prove yourself.” – Mark Douglas , ट्रेडिंग में आपका सबसे बड़ा दुश्मन मार्केट नहीं होता, बल्कि आप खुद होते हैं – आपका अहंकार, आपकी भावनाएँ और खुद को सही साबित करने की ज़िद।
- “You don’t have to prove anything to anyone. You just need to build a system and follow it with discipline.” – Steve Burns , आपको किसी को कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है। बस एक मजबूत सिस्टम बनाइए और उसे अनुशासन के साथ फॉलो कीजिए।
कुछ खास और असरदार विचार
1. मानसिक फिटनेस ही असली सुधार है– Improvement means Mental Fitness
जैसे आप Gym में physical fitness के लिए जाते हैं, वैसे ही Trading में emotional fitness ज़रूरी है – patience, acceptance, and resilience।
2. सुधार का पहला पॉइंट – Improvement = Capital Protection
जब आप खुद को प्रूव करने की बजाय सुधारने की सोच रखते हैं, तो आप aggressive bets से बचते हैं और capital बचा कर रखते हैं – जिससे आप market में टिके रह सकते हैं।
3. “सुधार से आती है आत्म-जागरूकता” – Improvement brings Self-awareness
Self-aware Trader जानता है कि उसका strength क्या है, weakness क्या है, और किन emotional triggers से बचना है।
4. सुधार से ही सिस्टम बनता है – Improvement leads to System Building
“Prove” करने वाला Trader बार-बार setup बदलता है। “Improve” करने वाला एक system को refine करता है, test करता है, और mastery पाता है।
Inspirational Story – “अमर का ट्रेडिंग सफर”
अमर ने 2021 में ट्रेडिंग शुरू की थी। शुरुआत में वह बहुत motivated था लेकिन उसका मकसद था –
“सबको दिखाऊंगा कि मैं भी करोड़ों बना सकता हूं।”
वह हर दिन aggressive trades करता, social media पर screenshot डालता, और जब loss होता तो depression में चला जाता।
2022 में उसने एक बदलाव किया –
👉 Social media से break लिया
👉 Trading journal बनाया
👉 सिर्फ 2 setups पर काम किया
👉 Monthly 5% target रखा
👉 Mindset पर काम किया
2023 के अंत तक, अमर ने कोई भी बड़ी छलांग नहीं मारी थी – लेकिन वह consistent profitable बन चुका था।
अब उसका Goal था – खुद को हर महीने थोड़ा बेहतर बनाना।
निष्कर्ष: सुधार की यात्रा ही असली सफलता है
ट्रेडिंग में अपने आप को साबित करने की दौड़ में कई लोग खुद को ही खो बैठते हैं।
Ego-driven decision, overtrading, revenge trading – ये सभी चीजें “Prove” करने की चाहत से निकलती हैं।
जबकि “Improve” करने की सोच आपको maturity, patience और long-term growth की ओर ले जाती है।
Final Takeaway:
- “Be so focused on improving yourself that you have no time left to prove yourself to anyone.”
- ट्रैफिक में Horn नहीं, Brakes काम आते हैं।
- ट्रेडिंग में Emotion नहीं, Discipline काम आता है।
- और जिंदगी में Show नहीं, Growth काम आती है।
ट्रेडिंग एक Art है – और इस कला में Mastery तभी आती है जब हम खुद को हर दिन थोड़ा बेहतर बनाएं। Prove करने की कोशिश छोड़ो, Improve करने की आदत बनाओ। Market आपकी growth को खुद ही reward करेगा।
❓FAQs
Q1: खुद को प्रूव करना इतना बुरा क्यों माना जाता है?
क्योंकि ये निर्णयों में भावना (Emotion) लाता है, जो ट्रेडिंग में सबसे बड़ा खतरा है।
Q2: क्या खुद को सुधारने की journey boring होती है?
शुरुआत में हां, लेकिन यही Slow Progress आपको long-term में consistent बना देती है।
Q3: खुद को सुधारने की शुरुआत कैसे करें?
एक सिंपल सिस्टम चुनें, एक ट्रेडिंग जर्नल शुरू करें, और हर हफ्ते खुद की mistakes का analysis करें।
अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आया हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें जो ट्रेडिंग में consistent बनना चाहते हैं। ट्रेडिंग में असली जीत उस दिन मिलती है जब आप खुद को हर दिन थोड़ा बेहतर बना पाते हैं।
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