अगर किसी स्टॉक में Delivered Quantity बढ़ रही है और Traded Quantity के तुलना में अधिक है, तो यह स्टॉक में मजबूत निवेशकों की रुचि दर्शाता है, जिससे कीमत बढ़ने की संभावना रहती है।
अगर स्टॉक F&O Segment में है और Future Contracts का Open Interest (OI) लगातार बढ़ रहा है, तो इसका मतलब है कि अधिक बड़े खिलाडी स्टॉक में लॉन्ग पोजीशन ले रहे हैं, कीमत ऊपर जाने की संभावना है।
अगर Call Option ओपन इंटरेस्ट घट रहा है जबकि Put Option ओपन इंटरेस्ट बढ़ रहा है, तो यह दर्शाता है कि स्टॉक में बुलिश सेंटिमेंट है और स्टॉक की कीमत बढ़ सकती है।
यदि कोई स्टॉक अपनी Consolidation Zone से बाहर निकलने (Breakout) के करीब है और उसके साथ वॉल्यूम में भी बढ़ोतरी हो रही है, तो यह अपसाइड मूव के संकेत देता है।
यदि किसी स्टॉक में Price और Volume दोनों बढ़ रहे हैं, तो यह दर्शाता है कि स्टॉक में मजबूत खरीदारी आ रही है, जिससे कीमत बढ़ने की संभावना होती है। और आप सपोर्ट के पास उसे खरीद सकते है
यदि किसी स्टॉक में FII (Foreign Institutional Investors) और DII (Domestic Institutional Investors) अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं, तो यह संकेत देता है कि बड़े निवेशक स्टॉक में रुचि दिखा रहे हैं, जिससे कीमत बढ़ सकती है।
यदि स्टॉक अपने Major Demand Zone के पास ट्रेड कर रहा है और वहां से बार-बार बाउंस कर रहा है, तो यह दर्शाता है कि उस स्तर पर मजबूत खरीदारी हो रही है, जिससे स्टॉक की कीमत बढ़ सकती है।
यदि कोई स्टॉक जिस Sector में है, वह सेक्टर भी तेजी में है, तो स्टॉक के ऊपर जाने की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि सेक्टोरल मूवमेंट का स्टॉक्स पर प्रभाव पड़ता है।
यदि किसी स्टॉक में Positive News, Strong Quarterly Results या किसी नए बिजनेस डील की घोषणा हुई है, तो बाजार में बुलिश सेंटिमेंट बन सकता है, जिससे स्टॉक की कीमत बढ़ सकती है।
यदि स्टॉक 200 DMA (200-Day Moving Average) या किसी अन्य महत्वपूर्ण मूविंग एवरेज के ऊपर ट्रेड कर रहा है, तो यह दर्शाता है कि स्टॉक अपट्रेंड में है और इसमें तेजी की संभावना बनी रहती है।
Higher High और Higher Low Structure – अगर किसी स्टॉक का प्राइस चार्ट लगातार Higher Highs और Higher Lows बना रहा है, तो यह अपट्रेंड (Uptrend) को दर्शाता है।