लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए 9 ज़रूरी स्टॉक फ़िल्टर

 उन कंपनियों को चुनें जिनका पिछले 5-10 सालों में रेवन्यू और प्रॉफिट लगातार बढ़ा हो।

कम कर्ज़ और उच्च ROE/–  Debt-to-Equity 1 से कम और ROE/ROCE 15% से ज़्यादा होना चाहिए।

स्टॉक  का P/E रेशियो  इंडस्ट्री  के  P/E रेशियो  से ज्यादा ना हो , इसे स्टॉक का उचित वैल्यूएशन कहते है 

जो नियमित डिविडेंड देती हों और Free Cash Flow (FCF) पॉजिटिव हो।उन कंपनियों में निवेश करें

मज़बूत बिजनेस मॉडल –  ब्रांड वैल्यू, टेक्नोलॉजी एडवांटेज या मार्केट लीडरशिप वाली कंपनियों को प्राथमिकता दें।

सेक्टर रोटेशन पर ध्यान दे , तेज़ी से बढ़ते सेक्टर्स चुनें, जिनमें दीर्घकालिक ग्रोथ की संभावना हो।

ईमानदार नेतृत्व और स्मार्ट बिजनेस डिसीजन लेने वाली कंपनियों में निवेश करें।

स्टॉक स्क्रीनिंग टूल्स का उपयोग करेंScreener.in, TradingView, Tickertape, Moneycontrol जैसी वेबसाइट्स से स्टॉक्स को फ़िल्टर करें।