अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की की व्हाइट हाउस में बैठक विवादों में रही।
यह बैठक यूक्रेन के पुनर्निर्माण के लिए महत्वपूर्ण खनिजों (Critical Minerals) के समझौते को अंतिम रूप देने के लिए आयोजित की गई थी।
बातचीत के दौरान ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच तीखी बहस हो गई, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर अमेरिका का "सम्मान न करने" और "शांति वार्ता के लिए तैयार न होने" का आरोप लगाया।
उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी ज़ेलेंस्की की आलोचना की, जिससे वार्ता और अधिक जटिल हो गई।
इस विवाद के कारण खनिज समझौते पर हस्ताक्षर नहीं हो सके, और ज़ेलेंस्की बिना किसी समझौते के लौट गए।
ट्रंप ने चेतावनी दी कि यदि यूक्रेन कोई समझौता नहीं करता, तो अमेरिका का समर्थन कम हो सकता है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित कई यूरोपीय नेताओं ने इस घटनाक्रम पर चिंता जताई है।
इस बैठक के बाद यूक्रेन के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन पर सवाल उठने लगे हैं, जिससे इसकी आगे की रणनीति प्रभावित हो सकती है।
रूस के खिलाफ संघर्ष में अमेरिका का समर्थन बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन अब ट्रंप की नीति में बदलाव दिख रहा है।