ट्रेडिंग साइकोलॉजी में महारत हासिल करें: डर दूर करने और रिस्क मैनेजमेंट के 8 असरदार तरीके
नुकसान को ट्रेडिंग का हिस्सा मानें
हर ट्रेड में प्रॉफिट नहीं हो सकता। नुकसान को सीखने के मौके के रूप में देखें, न कि असफलता के रूप में।
सही रिस्क मैनेजमेंट अपनाएं
हर ट्रेड में सिर्फ 2% पूंजी का ही जोखिम लें। 1:3 रिस्क-रिवॉर्ड रेशियो को अपनाएं ताकि लॉन्ग-टर्म में फायदा हो।
मजबूत ट्रेडिंग प्लान बनाएं और फॉलो करें
एंट्री, एग्जिट और स्टॉप-लॉस पहले से तय करें। बार-बार स्ट्रेटजी बदलने से बचें।
भावनाओं पर नियंत्रण रखें (लालच और डर)
लॉजिक के साथ ट्रेड करें, भावनाओं के साथ नहीं। बदला लेने के लिए ट्रेडिंग न करें और अनुशासन बनाए रखें।
गलतियों से सीखें, घबराएं नहीं
अपने ट्रेड्स का विश्लेषण करें।
बार-बार की गई गलतियों को पहचानें और उनमें सुधार करें।
सही ट्रेडिंग कम्युनिटी से जुड़ें
अनुभवियों से सीखें और बेवजह के टिप्स पर भरोसा न करें। अच्छे मेंटर की सलाह लें।
स्मार्ट क्वांटिटी प्लानिंग अपनाएं
अपनी ट्रेडिंग क्वांटिटी को छोटे हिस्सों में विभाजित करें, जिससे स्टॉपलॉस जल्दी हिट न हो और ट्रेड सही तरीके से मैनेज हो।
लगातार नुकसान होने पर ब्रेक लें
बैक-टू-बैक लॉस हो रहा है तो थोड़ी देर रुकें। भावनात्मक ट्रेडिंग से बचें और दिमाग शांत करके दोबारा सोचें।