इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की मांग भारत में लगातार बढ़ रही है। बड़े ऑटोमोबाइल कंपनियां और स्टार्टअप्स इस क्षेत्र में तेजी से निवेश कर रही हैं।
ग्रोथ के कारण: – सरकारी योजनाएं – “राष्ट्रीय सौर मिशन” और “ग्रीन एनर्जी कोरिडोर” – सौर पैनल और विंड टरबाइन टेक्नोलॉजी में सुधार – ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट्स – भारत के लिए नई संभावनाएं – बड़े निवेशक – अडानी, टाटा पावर, रिन्यू पावर जैसी कंपनियां
स्पेशियलिटी केमिकल्स का उपयोग फार्मा, एग्रोकेमिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटो इंडस्ट्री में बढ़ रहा है। भारत चीन+1 रणनीति के तहत वैश्विक कंपनियों के लिए नया विकल्प बन रहा है।
– “आत्मनिर्भर भारत” मिशन – लोकल डिफेंस उत्पादन को प्रोत्साहन – बढ़ता रक्षा बजट – भारतीय सेना, वायुसेना, और नौसेना के लिए नई डील्स – निर्यात के अवसर – भारतीय रक्षा उत्पादों की वैश्विक मांग बढ़ रही है
ई-कॉमर्स और ऑनलाइन शॉपिंग की बढ़ती लोकप्रियता के कारण लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग सेक्टर में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है।
डिजिटल इंडिया मिशन और तेजी से बढ़ती इंटरनेट कनेक्टिविटी के कारण डेटा सेंटर और क्लाउड टेक्नोलॉजी सेक्टर का विकास हो रहा है।
भारत में 5G और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन से इस सेक्टर की ग्रोथ तेज़ हो रही है।