पुट कॉल रेश्यो भी एक इंडिकेटर की तरह काम करता है , मार्केट की दिशा (Trend ) और दिशा में आनेवाले बदलाव का संकेत इससे मिल सकता है
PCR का फॉर्मूला – Total Put Open Interest / Total Call Open Interest यह बाजार की मौजूदा धारणा (Sentiment) को दर्शाने के लिए एक महत्वपूर्ण इंडिकेटर है।
PCR अगर कम है इसका मतलब मार्किट Bearish रहने के संकेत है , इसका मतलब कॉल राइटिंग ( Call writing ) बढ़ रही है
PCR से हमें मार्केट या निफ़्टी या स्टॉक का overall sentiment पता चलता है
अगर निफ़्टी स्पॉट के साथ साथ PCR ratio भी बढ़ रहा है तो यह तेजी का सिग्नल होता है |
अगर निफ़्टी अपने रेजिस्टेंस के पास है और PCR ratio कम हो रहा है तो यह बेयरिश सिग्नल होता है |
एक्सपायरी के ऐसी जगह होती है जहा कॉल और पुट राइटर को कम नुकसान होता है और उसी पॉइंट को मैक्स पेन कहते है
ज्यादातर ऑप्शन ट्रेडिंग पर ऑप्शन राइटर का ही कंट्रोल होता है , क्यू की बड़े institusion भी इसमें शामिल होते है
मैक्स पेन ऐसी जगह होती है जहा इंडेक्स या स्टॉक के एक्सपायर होने के ज्यादा सम्भावना होती है