ट्रेडिंग में नुकसान का डर ख़त्म करने के लिये – जाने ट्रेडिंग करने के प्रभावी तरीके
शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना जितना आकर्षक लगता है, उतना ही जोखिम भरा भी होता है। अधिकतर नए ट्रेडर्स का सबसे बड़ा दुश्मन होता है – नुकसान का डर (Fear of Loss) यह डर न सिर्फ हमारे निर्णयों को प्रभावित करता है, बल्कि अक्सर गलत समय पर एग्जिट या एंट्री का कारण बनता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक प्रभावी और सुनियोजित ट्रेडिंग तरीका अपनाकर इस डर को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है?
इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे सही रणनीति, मनोविज्ञान और अनुशासन के साथ आप न केवल नुकसान के डर से मुक्त हो सकते हैं, बल्कि लगातार प्रॉफिट कमाने की दिशा में भी बढ़ सकते हैं।
1. यह स्वीकार करें कि नुकसान ट्रेडिंग का हिस्सा है – Accept That Losses Are Part of Trading
- ट्रेडिंग एक संभावना (Probability) का खेल है, इसमें 100% एक्यूरेसी संभव नहीं है।
- हर ट्रेड में या तो आपका टारगेट हिट होगा या स्टॉपलॉस।
- ज्यादातर लोग स्टॉपलॉस हिट होने से डरते हैं और ट्रेड को बीच में ही बंद कर देते हैं। जबकि स्टॉपलॉस ट्रेड का हिस्सा है।
- ऑप्शन ट्रेडिंग करने वालो के लिये में एक बढ़िया उपाय बताता हु – आपकी लॉट साइज को दो हिस्सों में बाटे , अगर आप 6 लॉट से काम करते है तो हमेशा , पहली बार 3 लॉट डाले अगर आपका ट्रेड स्टॉपलॉस के पास आता है तो बाकी बचे हुए लॉट ऐड करे , इससे आपका डर बहुत कम होगा
2. सही रिस्क मैनेजमेंट अपनाएं – Implement Proper Risk Management
- हर ट्रेड में अपने कुल कैपिटल का अधिकतम 2% या ३% रिस्क लें, अगर आपका कैपिटल ₹1,00,000 है तो एक ट्रेड में ₹2,000 या ३००० से ज्यादा रिस्क न लें।
- प्रॉफिट लेते समय कम से कम तीन का टारगेट रखे मतलब 1:3 का रिस्क-रिवॉर्ड रेशियो रखें। जैसे ₹2000 का रिस्क हो, तो टारगेट ₹6000 होना चाहिए
- आप ने जो प्रॉफिट कमाया है उसपर आप फुल रिस्क ले सकते है , ट्रेड गलत होता है तो आपके कॅपिटल को कुछ नहीं होगा और आप सही साबित होते है तो आपका कॅपिटल तेजी से बढ़ेगा यह फार्मूला हमेशा याद रखे , इससे आप का डर ख़त्म हो जायेगा
3. एक मजबूत ट्रेडिंग प्लान बनाएं और उस पर भरोसा करें
Develop a Strong Trading Plan and Trust It
- स्टार्टेजी के आधार पर ट्रेडिंग प्लान बनाएं और हर दिन कितने ट्रेड लेने हैं यह पहले तय करें।
- इंट्राडे ट्रेडिंग में 3 से ज्यादा ट्रेड ना करें, भले ही मार्केट अच्छा मूव दे रहा हो।
- ट्रेडिंग प्लान को ईमानदारी से फॉलो करें। डर तब आता है जब हमें अपने प्लान पर भरोसा नहीं होता।
- हर बार नई स्ट्रेटेजी का उपयोग ना करे , उसके बदले एक ही स्ट्रैटर्जी को परफेक्ट बनाएं और उसमें सुधार करते रहे , इससे आपका माइंड सेट ख़राब नहीं होगा।
4. भावनाओं पर नियंत्रण रखें (Greed & Fear)
Control Your Emotions (Greed & Fear)
- हर ट्रेड को संभावना के रूप में देखें, हर बार जीतना जरूरी नहीं है।
- हर ट्रेड में रिस्क टू रिवॉर्ड को 1:3 के रेशियो में रखे जिससे आपके 10 में से 5 ट्रेड भी सही आते है तो आप प्रॉफिट में रहेंगे।
- रिवेंज ट्रेडिंग से बचें, ज्यादातर लोग नुकसान के बाद डिस्ट्रर्ब हो जाते है और नुक्सान को तुरंत रिकवर करना चाहते है जिससे वे बिना सोचे तुरंत अगला ट्रेड ले लेते है इसमें बड़े नुक्सान होने की संभावना होती है
- ट्रेडिंग करते समय शांत रहें, जरूरत हो तो ब्रेक लें। जल्दबाजी न करे
- नियमीत ध्यान या योग से आप मानसिक तनाव को कम कर सकते है और फोकस बढ़ा सकते है , यह हर ट्रेडर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है
5. नुकसान से सीखें, डरें नहीं
Learn from Losses, Don’t Fear Them
- हर नुकसान से सीखें – क्या आपने प्लान फॉलो किया?
- क्या आपने इमोशन्स में आकर कोई गलती की?
- बार-बार वही गलती न दोहराएं, उसे सुधारें।
- हर ट्रेड जीतने की कोशिश न करें, अनुशासन रखें।
6. सही ट्रेडिंग कम्युनिटी से जुड़ें
Connect with the Right Trading Community
- व्हाट्सएप या टेलीग्राम ग्रुप जहां टिप्स बिना रिसर्च के दिए जाते हैं, उनसे दूर रहें।
- अनुभवी ट्रेडर्स और सही मेंटर से जुड़ें जो आपको दिशा दे सकें।
- अकेले ट्रेड करना सीखें – इससे आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
7. ट्रेडिंग के लिए क्वांटिटी प्लानिंग करें
Plan Your Trade Quantity Smartly
मान लीजिए आप 300 क्वांटिटी से ट्रेडिंग करते हैं, तो उसे तीन भागों में बांटें: 100 / 100 / 100
- पहले 100 क्वांटिटी से एंट्री लें।
- अगर प्रीमियम 7-8 पॉइंट ऊपर जाता है तो दूसरी 100 क्वांटिटी ऐड करें।
- अगर प्रीमियम 12-15 पॉइंट नीचे आता है तो तीसरी 100 क्वांटिटी ऐड करें।
इस तरह से आपका स्टॉपलॉस जल्दी हिट नहीं होगा, घबराहट कम होगी और ट्रेड बेहतर तरीके से मैनेज होगा।
8. अगर लगातार 2-3 नुकसान हो रहे हैं, तो रुक जाएं
Take a Break After Consecutive Losses
- कभी -कभी मार्केट में किसी न्यूज़ या इवेंट के समय तेजी से मूवमेंट आते है , ऐसे समय ट्रेडिंग करना रोके, क्यू की ऐसे समय स्टॉपलोस भी काम में नहीं आते , तेज मूवमेंट में स्किप हो जाते है
- अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते है , हर ट्रेड के बीचमे 30 मिनट या 1 घंटे का ब्रेक लें और फिर शांत दिमाग से सोचें।
9.आपका पूरा ट्रेडिंग कॅपिटल एक ही ट्रेडिंग अकाउंट में ना रखे
- अगर आपकी सारी पूंजी एक ही अकाउंट में होगी, तो आप अनजाने में बड़े आकार के ट्रेड लेने का जोखिम उठाएंगे। इससे एक गलती में बड़ा नुकसान हो सकता है। पूंजी को अलग-अलग हिस्सों में बाँटने से आप हर ट्रेड में सीमित जोखिम लेते हैं।
- अगर एक ही अकाउंट में सारी पूंजी है और वह ड्रॉडाउन में चला गया (जैसे कि 40%-50%), तो रिकवरी करना मुश्किल हो जाता है। पूंजी बाँटकर रखने से ऐसी स्थिति में भी आप सुरक्षित रहते हैं।
- अगर एक ही अकाउंट में सारी ट्रेडिंग कॅपिटल है और वह ड्रॉडाउन में चला गया (जैसे कि 40%-50%), तो रिकवरी करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए ट्रेडिंग के लिये एक से ज्यादा अकाउंट बनाये और ट्रेडिंग कॅपिटल को उसमे बाँटकर रखे। यह रिस्क मनेजमेंट का तरीका है ,जो आपको ट्रेडिंग करते समय डर ख़त्म करने के काम आता है
- पूरी पूंजी एक ही जगह रखना जोखिम को निमंत्रण देना है।
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