Infosys ने मैसूर कैंपस (mysore campus) हाल ही में 400 ट्रेनी इंजीनियर्स को नौकरी से निकाल दिया है। उन्हें तीन बार लगातार मूल्यांकन टेस्ट में फेल होने के बाद हटाया गया। इस प्रकार पर IT यूनियन NITES ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है।
कई फ्रेशर्स को 2022 में ऑफर लेटर मिला था, लेकिन मंदी के कारण प्रोजेक्ट रुके रहे, जिससे 2 साल की देरी के बाद अक्टूबर 2024 में जॉइनिंग मिली। हालांकि, जॉइनिंग के कुछ ही महीनों बाद इन्हें नौकरी से निकाल दिया गया।
IT यूनियन NITES का विरोध और सरकारी हस्तक्षेप की मांग
- IT यूनियन NITES ने दावा किया है की Infosys ने कर्मचारियों पर जबरन दबाव डाला और गोपनीयता समझौते पर जबरन हस्ताक्षर करवाने का भी आरोप लगाया गया है।
- और कर्मचारियों के फोन भी जप्त किए गए ताकि वे किसी तरह की रिकॉर्डिंग न कर सकें।
- बाउंसर्स और सिक्योरिटी गार्ड्स तैनात किए और कर्मचारियों से म्यूचुअल सेपरेशन लेटर पर जबरन साइन करवाए गए।
- IT यूनियन NITES ने इस छंटनी का विरोध किया और श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराने की चेतावनी दी।
- यूनियन का कहना है कि यह कर्मचारियों का शोषण है और इसे रोका जाना चाहिए।
इन्फोसिस ने बचाव करते हुए कहा गुणवत्ता बनाए रखने के लिए उठाया कदम
- कंपनी केवल योग्य और कुशल कर्मचारियों को बनाए रखना चाहती है।
- ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने के लिए यह कदम उठाया गया।
- यह प्रक्रिया दो दशकों से चली आ रही है, और इसमें कुछ भी नया नहीं है।
इन्फोसिस की नियुक्ति प्रक्रिया में कड़े ट्रेनिंग प्रोग्राम और मूल्यांकन टेस्ट शामिल होते हैं।
- हर फ्रेशर को तीन बार परीक्षा पास करने का मौका दिया जाता है।
- अगर वे तीनों बार फेल होते हैं, तो कंपनी उन्हें निकाल देती है।
- कंपनी ने कहा कि यह प्रक्रिया पिछले 20 सालों से लागू है।
इन्फोसिस की इस कार्रवाई के खिलाफ कर्मचारियों और यूनियन का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। अब देखना होगा कि क्या श्रम मंत्रालय इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई करता है या नहीं।
क्या Infosys के शेयर पर हो सकता है नकारात्मक प्रभाव ?–
Can Infosys Shares Face a Negative Impact ?
- इस तरह की छंटनी से कंपनी में काम कर रहे अन्य कर्मचारियों का मनोबल प्रभावित हो सकता है। कर्मचारी असंतोष, विवाद और नकारात्मक पब्लिसिटी से लॉन्ग-टर्म में कंपनी की ब्रांड वैल्यू प्रभावित हो सकती है।
- इस छंटनी के दीर्घकालिक प्रभाव को समझने के लिए इन्फोसिस के आगामी वित्तीय नतीजों और बाजार की प्रतिक्रिया पर नजर रखना जरूरी होगा।
- निवेशकों का विश्वास प्रभावित हो सकता है – यदि निवेशकों को लगता है कि कंपनी की प्रबंधन प्रक्रियाओं में समस्याएं हैं या कर्मचारियों के साथ अनुचित व्यवहार किया जा रहा है, तो उनका विश्वास कम हो सकता है।
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