ऑप्शन इंट्राडे ट्रेडिंग में कितने ट्रेड में आपका प्रॉफिट हुवा , इससे आप प्रॉफिटेबल ट्रेडर नहीं बन सकते क्यू की अगर आप पांच ट्रेड लेते हो उसमे से तीन ट्रेड में आपका ( 1000+1000+1000 = 3000 ) प्रॉफिट होता है और दो ट्रेड में (1500+1500 =3000 ) लॉस होता है तो आप प्रॉफिट में नहीं आ सकते उसके लिए आपको अपना हर ट्रेड का रिस्क और रिवॉर्ड कितना होना चाहिए यह पता होना जरुरी है।
ऑप्शन इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क रिवॉर्ड रेशियो क्या होता है?
अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) करते हैं या सीख रहे हैं, तो आपने Risk Reward Ratio (जोखिम-इनाम अनुपात) का नाम ज़रूर सुना होगा। यह एक ऐसा महत्वपूर्ण कॉनसेप्ट है, जो आपके ट्रेडिंग कैरियर की सफलता या असफलता तय कर सकता है।
कोई भी ट्रेडिंग प्लान में सबसे जरुरी पॉइंट यह है की ऐक ट्रेड पर आपको कितना रिस्क (Risk) लेना है और कम से कम कितना प्रॉफिट (Reward) पाने की उम्मीद कर रहे हैं। इसे ही Risk Reward Ratio कहते हैं।
इस लेख में हम जानेंगे कि Risk Reward Ratio क्या होता है, इसे कैसे कैलकुलेट करते हैं, और इंट्राडे ऑप्शन ट्रेडिंग में इसका सही उपयोग कैसे किया जाए।
🧮 उदाहरण से समझें:
- 1:1 Risk Reward Ratio = ₹100 Risk पर ₹100 Reward
- 1:2 Risk Reward Ratio = ₹100 Risk पर ₹200 Reward
- 1:3 Risk Reward Ratio = ₹100 Risk पर ₹300 Reward
जितना ज्यादा Reward Ratio होगा, उतनी ही कम Winning Trades की जरूरत
आइये Intraday Trading में Profit कमाने के लिए कितने Winning Trades जरूरी हैं? हम अगर दस ट्रेड लेते है ,तो हमारे कितने ट्रेड में प्रॉफिट होने पर हमें एक्चुअल में प्रॉफिट होगा, इसका जवाब आपके Risk Reward Ratio पर निर्भर करता है।
- अगर आपका R/R 1:1 है ,तो दस में से आपके 7 ट्रेड प्रॉफिट में आने चाहिए तब आपका प्रॉफिट होगा। ब्रोकरेज और ट्रांजक्शन चार्ज जोड़ते है तो 6 में नो प्रॉफिट नो लॉस पर आप रहेंगे।
- अगर आपका R/R 1:2 है ,तो दस में से आपके 4 ट्रेड प्रॉफिट में आने चाहिए तब आपका प्रॉफिट होगा।
- अगर आपका R/R 1:3 है ,तो दस में से आपके 3 ट्रेड भी प्रॉफिट में आते है ,तो भी आपका प्रॉफिट होगा।
आपको प्रॉफिटेबल ट्रेडर बनने के लिए , रिस्क टू रिवॉर्ड रेश्यो 1:2 का कमसे कम होना ही चाहिए , तभी आप ब्रोकरेज और चार्जेज निकालकर प्रॉफिट में आ सकते हो , रिवॉर्ड को आप जितना बढ़ाओगे उतने की विनिंग ट्रेड की संख्या कम होती जायेगी।
रिस्क रिवॉर्ड रेशियो कैसे कैलकुलेट करें?
- एंट्री प्राइस: ₹1000
- स्टॉप लॉस: ₹980
- टारगेट प्राइस: ₹1060
👉 संभावित नुकसान = ₹1000 – ₹980 = ₹20
👉 संभावित लाभ = ₹1060 – ₹1000 = ₹60
✅ Risk Reward Ratio = ₹20 / ₹60 = 1:3
इसका मतलब है कि आप ₹20 का जोखिम लेकर ₹60 कमाने की योजना बना रहे हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क रिवॉर्ड रेशियो का महत्व
- ट्रेडिंग कॅपिटल की सुरक्षा (Capital Protection): यदि आपका रिस्क रिवॉर्ड रेशियो 1:2 या उससे अधिक है, तो कम ट्रेड जीतकर भी आप प्रॉफिट में रह सकते हैं।
- डिसिप्लिन मेंटेन करता है: यह आपको लालच और डर से दूर रखता है और एक प्रोफेशनल अप्रोच देता है।
- ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी को मजबूत बनाता है: आप हर ट्रेड को प्लान करते हैं, जिससे लॉन्ग टर्म में बेहतर रिजल्ट मिलते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क रिवॉर्ड रेशियो एक गेम चेंजर है। यह न केवल आपके पैसे की रक्षा करता है, बल्कि आपकी ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी को भी मजबूत बनाता है।
Minimum Win Rate कितना होना चाहिये ताकि ट्रेडिंग में मुनाफा हो?
हमने कम से कम विनिंग रेट क्या होना चाहिए इसे जानने के लिए एक फ़्रॉमूला डिज़ाइन किया है ,उससे हम जानेंगे की , कितने रिस्क और कितने रिवॉर्ड के साथ ट्रेडिंग करने से हम प्रॉफिटेबल ट्रेडर बन सकते है।
फार्मूला – Break-even Point = Risk ÷ (Reward + Risk)
उदाहरण:
- 1:1 Ratio → 1 ÷ (1+1) = 0.5 यानी 50% Win Rate जरूरी है।
- 1:2 Ratio → 1 ÷ (1+2) = 0.33 यानी 33% Win Rate से भी आप Break-even रह सकते हैं।
- 1:3 Ratio → 1 ÷ (1+3) = 0.25 यानी सिर्फ 25% Winning Trades से भी आप फायदे में रह सकते हैं।
- Break-even Point यह तय करता है कि कितने प्रतिशत ट्रेड्स जीतने पर आपके लाभ और हानि बराबर हो जाएंगे।
- अगर आपका Risk:Reward Ratio 1:1 है, तो 50% ट्रेड्स जीतने पर आप न तो लाभ में होंगे न नुकसान में।
- यदि Risk:Reward Ratio 1:2 है, तो केवल 33% ट्रेड्स जीतकर भी आप अपने पूंजी को सुरक्षित रख सकते हैं।
- 1:3 के शानदार Risk:Reward Ratio में सिर्फ 25% ट्रेड्स जीतकर भी आप लगातार लाभ में बने रह सकते हैं।
Win Rate का मतलब क्या होता है?
Win Rate यानी आपकी ट्रेडों में जीतने की दर।
अगर आपने 100 ट्रेड किए और उनमें से 55 ट्रेड मुनाफे में रहे, तो आपकी जीत दर (Win Rate) होगी:
(55/100) × 100 = 55%
ट्रेडिंग में लगातार सीखते रहें, रणनीति विकसित करें और अपनी ट्रेडिंग डायरी जरूर बनाएं। Win Rate को बेहतर बनाना एक प्रक्रिया है, जो अनुभव और अनुशासन से आता है।

“Risk Reward Ratio Win Rate से ज्यादा जरूरी क्यों है?”
Intraday Profit Kaise Kamaye
ज़्यादातर नए ट्रेडर्स Win Rate पर फोकस करते हैं, यानी कि कितने ट्रेड्स में जीत मिली। लेकिन असली प्रोफेशनल्स जानते हैं कि Risk Reward Ratio कहीं ज़्यादा मायने रखता है।
कई नए Traders ये सोचते हैं कि अगर मैं 70% या 80% Trades जीत रहा हूँ तो मैं Profitable Trader हूँ — लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है।
अगर आपकी Winning Ratio ज्यादा है लेकिन Risk Reward Ratio 1:0.5 है (यानी हर ₹100 के Risk पर सिर्फ ₹50 कमा रहे हो), तो 70% जीतने पर भी Loss हो सकता है। इसलिए, आपको हमेशा अपने Strategy में High Reward शामिल करना चाहिए।
केस 1: Win Rate हाई, लेकिन Risk Reward खराब
- Win Rate: 80%
- Risk Reward Ratio: 2:1 (मतलब आप ₹1000 खोते हैं और ₹500 कमाते हैं)
- 10 ट्रेड्स: 8 में मुनाफा (₹500 x 8 = ₹4000), 2 में नुकसान (₹1000 x 2 = ₹2000)
👉 नेट प्रॉफिट: ₹2000
केस 2: Minimum Win Rate for Profit , लेकिन Risk Reward अच्छा
- Win Rate: 40%
- Risk Reward Ratio: 1:3 (₹100 रिस्क, ₹300 रिवॉर्ड)
- 10 ट्रेड्स: 4 में मुनाफा (₹300 x 4 = ₹1200), 6 में नुकसान (₹100 x 6 = ₹600)
👉 नेट प्रॉफिट: ₹600
देखिए, कम जीत के बावजूद, अगर Risk Reward Ratio अच्छा है, तो आप फायदे में रह सकते हैं।
क्यों Risk Reward Ratio ज़्यादा मायने रखता है?
Risk Reward Ratio आपको नुकसान को कंट्रोल में रखने में मदद करता है क्योंकि इसमें आप पहले से तय करते हैं कि किसी भी ट्रेड में कितना जोखिम लेना है।
इससे आपकी पूंजी पर अनचाहा दबाव नहीं पड़ता। इसके अलावा, यह लॉन्ग टर्म में मुनाफे को स्थिर बनाए रखने में सहायक होता है, क्योंकि कम जीत (low win rate) होने के बावजूद भी एक अच्छा Risk Reward Ratio बड़े फायदे दिला सकता है।
साथ ही, यह आपकी मानसिकता और अनुशासन को मजबूत करता है। जब आप भावनाओं से नहीं बल्कि एक ठोस रणनीति और लॉजिक के आधार पर ट्रेड करते हैं, तो ट्रेडिंग में आत्मविश्वास बढ़ता है और गलत फैसलों की संभावना घटती है।
Risk Reward Ratio के जरिए आप बेहतर रिस्क मैनेजमेंट कर पाते हैं, क्योंकि हर ट्रेड में एक निश्चित जोखिम तय होता है जिससे आपकी पूंजी सुरक्षित रहती है और ट्रेडिंग में स्थिरता बनी रहती है
प्रॉफिटेबल इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रैटर्जी कैसे डिज़ाइन करे ?
1. पहले से Risk Reward Ratio तय करें (कम से कम 1:2 रखें)
ट्रेडिंग में Risk Reward Ratio का महत्व बहुत ज्यादा है। इससे आप तय कर सकते हैं कि आप कितना नुकसान सह सकते हैं और कितना लाभ कमा सकते हैं। हमेशा कम से कम 1:2 का रेशियो रखें ताकि हर ट्रेड में लाभ का मौका ज्यादा हो।
2. हर Trade में Stop Loss और Target Fix करें
हर ट्रेड में Stop Loss और Target तय करना बहुत जरूरी है। इससे आप बिना ज्यादा नुकसान के ट्रेड को समाप्त कर सकते हैं। इससे जोखिम और लाभ दोनों का संतुलन बना रहता है।
3. Emotional Trading से बचें
भावनाओं के आधार पर ट्रेड करना न केवल गलत है, बल्कि यह नुकसान भी करवा सकता है। Emotional Trading से बचें और logical decisions पर ध्यान दें। इस प्रकार के ट्रेडिंग से आपकी रणनीति पर असर पड़ेगा।
4. Win Rate और Reward Ratio का बैलेंस रखें
Win Rate और Reward Ratio का बैलेंस बनाकर रखें। यदि आप जीत दर बढ़ाते हैं, तो ध्यान रखें कि आपका Reward Ratio भी मजबूत हो ताकि आप लंबे समय तक फायदे में रहें।
5. हर हफ्ते अपने ट्रेड्स का Review करें
अपने हर ट्रेड का weekly review करें ताकि आप जान सकें कि आपकी रणनीति कितनी प्रभावी है। यह आपको सुधारने और बेहतर बनाने का मौका देता है।
Conclusion: इंट्राडे ट्रेडिंग में प्रॉफिटेबल बनने का रास्ता
ऑप्शन इंट्राडे ट्रेडिंग में सफलता पाने के लिए सही Risk Reward Ratio का होना बहुत जरूरी है। यदि आप केवल ट्रेड्स की संख्या या जीतने की दर पर ध्यान देते हैं, तो आप लंबे समय तक प्रॉफिट में नहीं रह सकते। Risk Reward Ratio आपको न सिर्फ अपने नुकसान को नियंत्रित करने में मदद करता है, बल्कि यह आपकी ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी को भी मजबूत बनाता है।
ज्यादा Reward Ratio रखने से आप कम Winning Trades से भी प्रॉफिट बना सकते हैं, और इससे आपके Win Rate की संख्या पर दबाव भी कम होता है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप 1:2 या उससे अच्छा Risk Reward Ratio तय करें और हर ट्रेड के लिए एक Stop Loss और Target निर्धारित करें।
साथ ही, आपको अपनी ट्रेडिंग रणनीति में भावनात्मक निर्णय लेने से बचना चाहिए, क्योंकि ये लंबे समय में नुकसान का कारण बन सकते हैं। Emotional Trading से बचें और हमेशा अपने ट्रेड्स की Review करें, ताकि आप अपनी स्ट्रैटेजी को समय-समय पर बेहतर बना सकें।
सही Risk Reward Ratio, Stop Loss, Target, और Emotional Control के साथ आप एक प्रॉफिटेबल ट्रेडर बन सकते हैं, जो समय के साथ स्थिर मुनाफा कमा सके।
🙋♂️ FAQs: Risk Reward & Winning Trades
Q1: Intraday में Success Ratio क्या होनी चाहिए?
Ans: 40-50% Win Rate भी काफी है अगर Risk Reward Ratio 1:2 या उससे ऊपर हो।
Q2: क्या 1:1 Risk Reward Ratio पर Profit हो सकता है?
Ans: हाँ, लेकिन उसके लिए कम से कम 60% या उससे ज्यादा Winning Trades जरूरी हैं।
Q3: Intraday Trading में सबसे Best Strategy क्या है?
Ans: Simple Strategy जिसमें Risk कम हो और Reward ज्यादा हो। जैसे Breakout Trading + 1:2 Ratio।
Q4: क्या हर Trade में एक जैसा Reward Ratio जरूरी है?
Ans: Ideally हाँ। Consistency ही Long-Term Profitability की कुंजी है।